नई दिल्ली: दिल्ली में पानी की समस्या के चलते कच्ची कालोनियों में रहने वाले लोग सालों से परेशान हैं. सैकड़ों कच्ची कालोनियों में रहने वाले लोगों को दिल्ली जल बोर्ड का पानी नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते लोग टैंकर के पानी पर आश्रित हैं. लोगों का कहना है कि इलाके में दिल्ली जल बोर्ड के पानी की पाइप लाइन भी बिछी हुई है, उसके बाद भी पीने का पानी नहीं आ रहा है. लोगों के घरों में दिल्ली जल जल बोर्ड के पानी के मीटर भी लगे हुए हैं, उसके बावजूद भी लोग पानी का बर्तन उठाये टैंकर के पीछे पानी के लिए दौड़ लगाते हैं कि उन्हें किसी तरह पानी मिल जाये.
इलाके के लोगों का कहना है कि विधायक जीतने के बाद इलाके में नहीं आये और उससे पहले वोट मांगने के लिए इलाके में ही घूमते रहते थे. टैंकर से पानी भरने को लेकर लोगों में झगड़ा भी होता है और कई बार बात ज्यादा भी बढ़ जाती है. साथ ही इलाके के लोगों का कहना है कि पानी की समस्या के चलते रिश्तेदारों ओर करीबियों ने भी आना छोड़ दिया है. बताते हैं कि देश की राजधानी दिल्ली के रहने के बावजूद भी इलाके में पानी और गंदगी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं.
अब इलाके के लोगों का कहना है कि नेता एक बार वोट लेने के बाद पांच सालों तक जनता को परेशान करते हैं. अब जनता भी उन्हें परेशान करेगी और वोट नहीं देगी ताकि उन्हें भी पता चले कि जनता जब परेशान होती है तो वह क्या कर सकती है. बादली विधानसभा मे हाइवे के किनारे दर्जनों कच्ची कालोनिया हैं, जो कालोनिया भलस्वा खत्ते के नीचे बसी हुई हैं, उनमें रहने वाले लोग अपनी समस्या बता रहे हैं कि जमीन का पानी भी खत्ते से निकलने वाले केमिकल की वजह से विषैला हो गया है, उसे पिया भी नही जा सकता.
टैंकर के पानी से ही दूसरी जरूरतों की पूरा किया जाता है और पीने के लिए हर महीने करीब 1000 रुपये का पानी खरीदना पड़ता है. जिससे घर का बजट बिगड़ जाता है. इलाके में ज्यादातर मजदूर लोगो रहते हैं, जो किसी तरह अपना और परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं. लोगों की मांग है कि सरकार उन्हें दिल्ली जलबोर्ड का पीनी दे, नहीं तो सरकार को लोगों से किये गए झूठे वादों का खामियाजा भुगतना पड़ेगा और आगामी निगम चुनाव में लोग वोट नहीं देने का मन बना रहे हैं.