नई दिल्ली: राजधानी में रोहिणी जिला पुलिस की स्पेशल स्टाफ की टीम ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो सिर्फ ई रिक्शा चालक को बहाने से पीने और खाने की चीजों में नशीला पदार्थ देकर चालक को बेहोश कर दिया करता था. इसके बाद गैंग ई-रिक्शा लेकर फरार हो जाया करता था. यह गैंग दिल्ली में जहरखुरानी गैंग के नाम से कुख्यात था. पुलिस ने इस गैंग के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक मोबाइल फोन, तीन ई रिक्शा और दो नंबर प्लेट बरामद की है. इनकी पहचान बवाना निवासी अब्दुल गनी और दिल मोहम्मद के रूप में हुई है.
रोहिणी जिले के डीसीपी डॉ. गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने बताया कि क्षेत्र में संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के लिए, स्पेशल स्टाफ की टीम इलाके में लगातार गश्त कर रही थी. गुरुवार को उनको सूचना मिली कि जहरखुरानी गैंग के दो बदमाश, इलाके में आकर किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर मौके पर घेराबंदी की और दोनों आरोपियों को भागने से पहले ही दबोच लिया.
डीसीपी के मुताबिक, आरोपी पहले ई रिक्शा में कहीं जाने के बहाने बैठ जाते और बाद में रास्ते में रुककर चालक से बातचीत करते हुए उसे खाने या पीने की चीज में नशीला पदार्थ मिलाकर दे दिया करते थे. चालक के बेहोश होते ही बदमाश, उसे सड़क पर छोड़कर ई-रिक्शा लेकर फरार हो जाते थे. पुलिस ने आरोपियों के पकड़े जाने के बाद आधा दर्जन मामलों का खुलासा करने का दावा किया है. इसके अलावा आरोपियों में शामिल अब्दुल, पहले भी आठ वारदातों में शामिल रहा है. पुलिस अब इन आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है कि उनके गैंग में कौन कौन शामिल है. इसके अतिरिक्त इसकी भी जांच की जा रही है कि बदमाश लूटा हुआ ई-रिक्शा किसे बेचा करते थे.
वहीं एक अन्य मामले में विजय विहार थाना पुलिस ने चोरी की स्कूटी पर लूटपाट, झपटमारी व वाहन चोरी जैसी वारदातों को अंजाम देने वाले एक गैंग के सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान चंदन कपूर उर्फ काका के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी के पांच वाहन भी जब्त किए हैं.
इसपर रोहिणी जिले के डीसीपी डॉ. गुरइकबाल सिंह सिद्धू ने जानकारी दी कि, गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए क्षेत्र में पुलिस की निगरानी को बढ़ाने का विशेष निर्देश दिया गया है. इसी फेहरिस्त में विजय विहार थाना एसएचओ अनुज अग्रवाल की देखरेख में पुलिस टीम, इलाके में गश्त करके संदिग्ध लोगों पर नजर बनाए हुए थी. इसी क्रम में कॉन्स्टेबल आशिष ने गश्त के दौरान एक संदिग्ध को स्कूटी पर जाते देख रुकने का इशारा किया. आरोपी ने पुलिस को देखते ही अपने साथी के साथ भागने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने आरोपी चंदन का काफी दूरी तक पीछा करने के बाद उसे दबोच लिया. जबकि उसका दूसरा साथी चलती स्कूटी से फरार हो गया. पुलिस ने मौके पर से स्कूटी जब्त की, जिसके बारे में जांच में पता चला कि वह चोरी की थी. बाद में पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर चार और चोरी के दोपहिया वाहन जब्त किए.
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पुलिस के मुताबिक, आरोपी के फरार साथी की पहचान विनय उर्फ राहुल के रूप में हुई है. उसके ठिकानों पर छापेमारी कर उसे भी पकड़ने की कोशिश की जा रही है. आरोपी इतने शातिर थे कि वह चोरी के वाहन ही पर वारदात को अंजाम दिया करते थे. इतना ही नहीं, पेट्रोल खत्म हो जाने पर उसे सुनसान इलाके में छोड़ भी दिया करते थे. पकड़े गए आरोपी ने बताया कि वह विनय के लिए काम करता था और वाहनों को बेचने की भी उनकी कोशिश की थी. फिलहाल पुलिस आरोपी के फरार साथी की तलाश में जुटी हुई है, जो विजय विहार थाने का घोषित बदमाश भी है. उसपर आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं.
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