नई दिल्ली: दिल्ली के बाहरी रिंग रोड पर वजीराबाद इलाके में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा 35 करोड़ रुपये की लागत से दो अंडरपास और एक सबवे बनाया गया है. सबवे पैदल चलने वाले यात्रियों के लिए है. वहीं अंडरपास हल्के वाहनों के यूटर्न लेने के लिए बनाए गए हैं. करीब दो साल लंबे अंतराल के बाद अंडरपास का काम पूरा हुआ है. बाहरी रिंग रोड पर साल 2020 में सबवे बनाकर पहले से तैयार कर दिया गया था. उसके बाद अंडरपास बनाने का काम शुरू हुआ था. इसके बन जाने से लोगों को जाम और सड़क हादसों से निजात मिलेगी.
बाहरी रिंग रोड से जुड़े इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि पहले यू-टर्न के लिए बुराड़ी चौक से करीब 4 किलोमीटर दूर मजनू का टीला तक जाना पड़ता था. इस दौरान लोगों को लंबी जाम से भी जूझना पड़ता था और महंगाई के दौर में ईंधन भी ज्यादा खर्च होता था. हालांकि वाहन चालकों ने अपनी जरूरत के लिए कई जगहों से डिवाइडर तोड़ा हुआ था. जान जोखिम में डालकर लोग तेज रफ्तार फर्राटा भरते वाहनों के बीच यू-टर्न लेते थे, जिससे सड़क हादसे भी होते थे. अब वाहनों को यू-टर्न लेने के लिए 4 किलोमीटर दूर जाना नहीं पड़ेगा.
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पीडब्ल्यूडी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों अंडरपास में 71 बड़े सीमेंट सेगमेंट लगाए गए हैं. अंडरपास को बनाने में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया है. यह अंडर पास बनाने में शुरुआती दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. अब यह बना जाने से बरसात के दिनों में लोगों को जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से तैयार कर नालों में डाला गया है. दोनों अंडरपास के बनने से लोगों को सड़क पर लगने वाले लंबे जाम और सड़क हादसों से भी निजात मिल रही है.
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