नई दिल्ली: दिल्ली में तापमान का पारा लगातार बढ़ता जा रहा है, साथ ही साथ पानी का संकट भी गहराता जा रहा है. दिल्ली के मॉडल टाउन कॉलोनी कि एक सोसायटी में लोगों को पिछले करीब दो दशक से जल बोर्ड का पानी पीने के लिए नहीं मिल रहा है. लोगों ने पानी के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक सभी के चक्कर लगाए, लेकिन सरकार उन्हें पानी उपलब्ध नहीं करा सकी है, जिस कारण यह लोग जमीन के कच्चे पानी को पीकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं. कच्चा पानी पीने के बाद इन्हें गंभीर बीमारियां हो रही हैं. लोगों की मांग है कि सरकार दिल्ली जल बोर्ड का पानी लोगों के लिए उपलब्ध कराए, तभी उनका स्वास्थ्य ठीक रह सकता है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए मॉडल टाउन इलाके की बिजली अपार्टमेंट सोसायटी के लोगों ने बताया कि वह यहां पर पिछले तीन दशक से रह रहे हैं. उस समय दिल्ली जल बोर्ड का पानी इन्हें पीने के लिए मिलता था, लेकिन पिछले करीब दो दशक से जल बोर्ड के पानी के नाम पर महज औपचारिकता निभाई जा रही है. करीब 300 मीटर से सोसायटी के टैंक में पाइप द्वारा थोड़ी देर के लिए पानी आता है उससे सोसायटी में रहने वाले करीब 800 लोगों का गुजारा नही होता, जिस कारण लोग जमीन के कच्चे पानी से टैंक को भरते है और फिर ये पानी लोगों के घरों तक पहुंचता है, जिसे पीने के बाद सभी को गंभीर बीमारियां हो रही है. इसके चलते सोसायटी में रहने वाले लोग परेशान हैं.
एक बुजुर्ग ने बताया कि यहां पर करीब 700 से 800 लोग रहते हैं. यह सोसायटी मॉडल टाउन इलाके की पॉश सोसायटी है, उसके बावजूद भी लोग दिल्ली जल बोर्ड के पानी के लिए तरस रहे है, जबकि सरकार दिल्ली में रहने वाले लोगों को 20 हजार लीटर फ्री पानी उपलब्ध करा रही है, लेकिन यह लोग पानी का बिल भी देने को तैयार है उसके बाद भी लोग दशकों से पानी से वंचित है. इन लोगों को पीने के पानी पर हर रोज करीब 500 रुपये तक खर्च करने पड़ते है ओर जमीन का कच्चा पानी पीकर लोग (महिलाओं व पुरषो) के सिर के बाल गिर रहे है और दांत भी खराब हो रहे है. सोसायटी में रहने वाली महिलाओं का कहना है कि पानी की समस्या के चलते मजबूरी में यहां से पलायन करना पड़ सकता है.
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