नई दिल्ली: मुख्यमंत्री आवास के पास अपनी मांगों को लेकर नजफगढ़ मंडी में काम करने वाले करीब 200 लोग पहुंचे, लेकिन उन्हें पुलिस बल ने रोक लिया. मजदूर लगातार सीएम से मिलने की मांग कर रहे थे लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया, जिसे लेकर मजदूरों ने जमकर नारेबाजी की. मजदूरों का आरोप है कि दिल्ली सरकार ने मंडी में काम करने वाले लोगों के रोजगार को विस्थापित कर दिया है जिससे उनके सामने रोजी रोटी का संकट आ गया है.
नजफगढ़ मंडी में काम करने वाले लोगों का आरोपी है कि दिल्ली सरकार पर उनके साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया. दिल्ली सरकार ने मंडी में काम करने वाले लोगों के रोजगार विस्थापित कर दिए हैं. नजफगढ़ इलाके में पिछले 70 सालों से सब्जी मंडी है लेकिन उसके लिए अभी तक स्थायी जमीन नहीं मिली है. कई बार दिल्ली सरकार और अधिकारियों द्वारा सर्वे भी कराया गया, फिर भी स्थायी समाधान नहीं हुआ. पिछले कई महीने से दिल्ली सरकार की ओर से उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है. पहले वह किसी तरह अपनी आजीविका चला रहे थे, लेकिन अब उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. रोज कमाकर खाना पड़ रहा है, आज भी करीब 200 लोग अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे, लेकिन पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया. दिल्ली सरकार से नाराज लोग मुख्यमंत्री व दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि दिल्ली सरकार गरीब और मजदूर लोगों की आवाज नहीं सुनने पर अनिश्चितकालीन धरना और आत्मदाह तक करेंगे. बता दें कि प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हुईं,
दिल्ली में आजादपुर, नरेला, नजफगढ़, गाजीपुर व केशोपुर सहित कई बड़ी मंडी है और इनमें हजारों की संख्या में लोग काम करते हैं. मंडी में काम करने वाले लोगों के हालात बहुत खराब हैं, जिसके सुधार के लिए लोग सरकार तक गुहार लगा रहे हैं. बता दें कि समय-समय पर यह लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें सुधार के नाम पर आश्वासन ही मिलता है. अब इनकी मांग है कि सरकार समय रहते मंडी में गरीब और मजदूर लोगों की आवाज को सुनें. नहीं तो हजारों की संख्या में यह लोग सड़क पर उतर कर बड़े प्रदर्शन करने की धमकी भी दे रहे हैं.
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