नई दिल्ली: राजधानी के किराड़ी विधानसभा में वाल्मीकि जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस अवसर पर हिंदू युवा समाज कल्याण आवाम और आतंकवाद विरोधी समिति के द्वारा भंडारे का आयोजन किया. जिसमें सांसद हंस राज हंस, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश, आम आदमी पार्टी विधायक ऋतुराज झा, एसएचओ अमन विहार और भी कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे. सभी ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम में शामिल होने पर खुशी जताई.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर जयप्रकाश ने कार्यक्रम में शामिल होने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि भगवान महर्षि वाल्मीकि हम सबके हैं, अगर महर्षि बाल्मीकि नहीं होते तो हमें राम नहीं मिलते. जहां राम हैं, वहीं वाल्मीकि जी हैं. महर्षि वाल्मीकि एक ऐसे महा ज्ञानी थे, जिन्होंने पहले ही रामायण लिख दी थी, इनकी लिखी हुई संस्कृत रामायण राम के जीवन पर आधारित है, रामायण के रचयिता ज्ञानी महर्षि वाल्मीकि का जन्म दिवस देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.
सांसद हंसराज हंस ने कहां महर्षि वाल्मीकि मह ज्ञानी थे, जिन्होंने बिना देखे पूरी रामायण लिख दी. हंसराज हंस ने कहा कि अगर महर्षि वाल्मीकि ना होते तो ना दशहरा होता और ना ही दिवाली होती. जहां राम का नाम होगा, वहां महर्षि वाल्मीकि का भी नाम होगा. महर्षि वाल्मीकि की लिखी रामायण की पुस्तक मंदिरों में है, हर घर में होगी. हिंदू युवा समाज कल्याण आवाम और आतंकवाद विरोधी समिति की दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बॉबी बताती हैं कि श्री राम भगवान ने छुआछूत मिटाने के लिए झूठे बैर शबरी के खाए. हर रावण रूपी सामाजिक बुराई पर कैसे विजय प्राप्त करें, ऐसा महर्षि वाल्मीकि ने रामायण में दर्शाया है.