नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित लाला हरदयाल लाइब्रेरी के 96 कर्मचारी सोमवार को 19 महीने से अधिक समय से रुके वेतन की मांग लेकर उपराज्यपाल आवास पर पहुंचे और धरना (hardayal library employees staged protest) दिया. इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि अगर जल्द ही वेतन नहीं दिया गया, तो वे आत्महत्या कर लेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि बिना वेतन के घर चलाने काफी दिक्कत आ रही है और उन्हें लोगों से उधार लेकर काम चलाना पड़ रहा है.
लाइब्रेरी के कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें पिछले 19 महीने से कोई वेतन नहीं मिला है, जिसकी मांग को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. इस बारे में अधिकारियों से भी बात की गई लेकिन आश्वासन के सिवा और कुछ नहीं मिला. उन्होंने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रहे. दिवाली पर भी हमें कोई वेतन नहीं दिया गया जिससे हमारे त्यौहार फीके पड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले को उजागर करने के लिए कमेटी का गठन किया गया, लेकिन उधर से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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कर्मचारियों ने बताया कि बिना वेतन के किस स्थिति में गुजर-बसर कर रहे हैं, यह उनसे बेहतर कोई नहीं जानता. वहीं किराए पर रहने वाले कर्मचारियों की स्थिति तो और भी खराब है. वेतन न मिलने से ऐसे कर्मचारियों के सामने मकान खाली करने तक की नौबत आ गई है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी बातों को नहीं सुना गया तो वे आत्महत्या के लिए मजबूर होंगे. अब देखने वाली बात यह होगी कि 124 दिनों से अपनी मांगों को लेकर लाइब्रेरी के बाहर बैठे कर्मचारियों की आवाज, उच्च अधिकारियों तक कब पहुंचती है.
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