नई दिल्लीः कश्मीरी गेट पुलिस ने कॉन्स्टेबल के अपहरण एवं लूट मामले में पिता-पुत्र को गुरुवार को भिंड इलाके से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने वारदात में शामिल बस और कॉन्स्टेबल की पिस्टल को भी बरामद कर लिया है. जानकारी के अनुसार बुधवार रात को कॉन्स्टेबल सचिन ने मोरी गेट गोलचक्कर पर देखा कि बस में महिला यात्री सहायता के लिए बुला रही हैं. कॉन्स्टेबल जांच के लिए बस में सवार हुआ, तो देखा कि उसमें 50 से अधिक सवारियां थी.
पुलिसकर्मी के आपत्ति जताने पर स्टाफ ने उसे बंधक बना लिया, फिर बस लेकर रवाना हो गए. रास्ते में उन्होंने कॉन्स्टेबल की पिस्टल, मोबाइल और पर्स आदि छीन लिए. फिर फिरोजाबाद के पास उतार दिया. गुरुवार सुबह कॉन्स्टेबल ने घटना की सूचना कश्मीरी गेट थाने को दी, तब जाकर घटना के बारे में जानकारी मिली.
सीसीटीवी फुटेज से मिले आरोपी
कश्मीरी गेट थाने में कॉन्स्टेबल के बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया. एसीपी कोतवाली उमाशंकर मिश्र की देखरेख में एसएचओ धर्मेंद्र कुमार एवं एसआई संदीप यादव की टीम गठित की गई. घटनास्थल से लेकर रास्ते में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में बस का रजिस्ट्रेशन नंबर मिला, इसके आधार पर बस मालिक राजीव चौरसिया और उसके बेटे अंकित को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के समय अंकित बस में था और अपने पिता के निर्देश पर सारी वारदात को अंजाम दे रहा था. पुलिस ने सरकारी पिस्टल को बरामद कर बस को जब्त कर लिया. फिलहाल वारदात में शामिल तीन अन्य लोगों की तलाश की जा रही है.
कॉन्स्टेबल का वीडियो बनाया
वहीं बदमाशों ने कॉन्स्टेबल का जबरन वीडियो भी बनाया. इस वीडियो में उससे ड्यूटी पर शराब पीने एवं वसूली करने की बात कहने को मजबूर किया जा रहा था. एक वीडियो में कॉन्स्टेबल के कपड़े भी उतार रखे थे. इसमें पीड़ित के माथे पर चोट के निशान भी दिखाई दे रहा था.
अवैध रूप से चला रहा था बस
जांच में मालूम हुआ कि घटना में शामिल बस नरेला से सवारी लेकर चली थी. इसके पास जरूरी परमिट नहीं था और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से मोरी गेट इलाके से सवारियां भरी जा रही थीं. पुलिस को जांच में मालूम हुआ है कि बस अड्डे के पास एक ट्रवेल एजेंट की मिलीभगत से अवैध तौर पर बसों का संचालन किया जाता है. कश्मीरी गेट से लेकर लाल किला तक इलाका शाम सात बजे के बाद अवैध बस स्टेशन के रूप में बदल जाता है.