नई दिल्ली: 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च के लिए किसान पूरी तरह से तैयार हैं. किसान दिल्ली के लोगों को दिखाएंगे की किसानी से जुड़े उपकरण क्या होते हैं और किस तरह से इन से काम किया जाता है. किसान क्यों खेती को अपना जीवन समर्पित कर देता है, इसकी भी छलक झांकी में दिखाई जाएगी और किस तरीके से किसान बच्चों से भी ज्यादा अपने कृषि उपकरणों से प्यार करता है.
सुंदर और आकर्षक झांकियों के साथ निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च
किसान नेता और पुलिस अधिकारियों के बीच हुई बातचीत में दोनों पक्ष इस नतीजे पर पहुंचे कि किसान दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. उसके लिए हजारों की संख्या में ट्रैक्टर दिल्ली और एनसीआर के सड़कों में मार्च करेंगे. मार्च के लिए सोमवार दोपहर तक दिल्ली में ज्यादातर ट्रैक्टर पहुंच जाएंगे ऐसा किसानों का कहना है.
किसानों ने अपनी तैयारियां पूरी की
ट्रैक्टर मार्च के लिए किसानों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके लिए सुंदर और आकर्षक झांकियों के मॉडल तैयार किए गए हैं. जिसमें किसानों ने दिखाया है कि एक छोटा बच्चा जब पैदा होता है, उसको किस तरीके से कृषि उपकरणों से लगाव होता है और बुजुर्ग होने तक वह किस तरीके से खेती कर अपने परिवार का पेट पालता है.
कृषि उपकरणों प्रयोग खेती करने के लिए कैसे किया जाता है, किसानों का जीवन किस तरह से खेती के लिए समर्पित होता है. किसानों के बुजुर्ग हुए बच्चे भी खेती में जुट कर देश की तरक्की के लिए कैसे काम करते हैं.
आंदोलन के दौरान आई तमाम समस्याओं को भी दर्शाया
कल 26 जनवरी के दिन जो ट्रैक्टर मार्च निकाले जाएंगे उसमें ट्रैक्टरों को अच्छी तरह से सजाया गया है. किसानों ने बताया कि पंजाब में आंदोलन के शुरू होने से दिल्ली पहुंचने ओर दिल्ली की सर्द रातों में सड़कों पर आंदोलन करने और किसानों की मौत होने तक आई तमाम समस्याओं को भी इस में दर्शाया गया है.
झांकियों के माध्यम से समस्याओं के बारे में लोगों को बताएंगे
झांकियों के माध्यम से सांकेतिक तौर पर उन लोगों को (जो खेती से प्रत्यक्ष रूप से नहीं जुड़े हैं) भी समझाया जाएगा कि आज के समय में खेती करना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन उसके बाद भी किसान इस में जुटे हुए हैं.
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साथ ही उन लोगों के लिए यह बहुत ही आकर्षक होगा जिन्हें खेती के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से किसानों से जुड़े हुए हैं, बाजार में खाद्य सामग्री कैसे ओर कहाँ से आती है ओर किस तरीके से बाजार तक पहुंचती है और तब जाकर लोग उनका प्रयोग कर पाते हैं.
आगे की रूपरेखा 26 जनवरी के बाद तय की जाएगी
किसान और पुलिस अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के बाद किसानों ने 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर मार्च निकालने का कार्यक्रम तय किया है. पुलिस अधिकारियों को अपना रूट मैप भी दे दिया है, जिसमें किसान इस कदम को अपनी जीत मान रहे हैं. यह आंदोलन किस तरीके से आगे बढ़ेगा इसकी रूपरेखा 26 तारीख के बाद तय की जाएगी.