नई दिल्लीः दिल्ली के निजी अस्पतालों में समय समय पर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से मरीजों को अपनी जीवनलीला से हाथ धोना पड़ता है. एक ऐसा ही ताजा मामला दिल्ली के बुध विहार स्थित ब्रह्मशक्ति अस्पताल से सामने आया है, जहां एक महिला की नॉर्मल डिलीवरी के बाद उसकी मौत हो गई. घटना के बाद अक्रोशित परिजनों ने जमकर बवाल काटा और रोड को भी जाम कर दिया. दरअसल मिली जानकारी के अनुसार रानी खेड़ा निवासी हिमांशी को बुध विहार स्थित ब्रह्म शक्ति हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था.
परिजनों का कहना है कि शाम के समय हिमांशी ने एक बच्ची को नॉर्मल डिलीवरी से जन्म दिया. इसके बाद रात को हिमांशी की तबीयत अचानक बिगड़ गई. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने हिमांशी के पति विकास को बताया कि हिमांशी की ब्लीडिंग नहीं रुक रही है, जिसके कारण उसे ब्लड चढ़ाने की आवश्यकता है. इसके बाद पति विकास ने कई यूनिट ब्लड अस्पताल को मुहैया कराया. इसके बावजूद सुबह अस्पताल ने विकास को बताया कि उनकी पत्नी हिमांशी की मौत हो गई.
घटना के बाद महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए. इसको लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया. मामला इतने पर ही नहीं थमा, तो मरीज के परिजनों ने कंझावला रोड पर जाम लगा दिया. इस दौरान परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. साथ ही परिजनों ने पोर्टमार्टम के लिए एक पैनल की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई.
बता दें कि हिमांशी की पहले भी एक बेटी है और अब हिमांशी की मौत के बाद दोनों बच्चियों के ऊपर से मां का साया उठ गया है. महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल प्रशासन के खिलाफ खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. फिलहाल पुलिस की तरफ से भी परिजनों उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है. लेकिन इस प्रकरण ने एक बार फिर से भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों पर से भरोसा टूट गया है.
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