नई दिल्लीः दिल्ली में छठ को लेकर श्रद्धालु लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं कि उन्हें पर्व मनाने दिया जाए. वहीं ऐसा माना जा रहा है कि सरकार भले ही पर्व मनाने की अनुमति न दे, लेकिन श्रद्धालु कोरोना से बचाव के सभी सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए छठ मनाएंगे. पर्व की तैयारी के लिए श्रद्धालु यमुना घाट की सफाई कर रहे हैं.
छठ पर्व पर रोक के आदेश पर श्रद्धालुओं में नाराजगी
दिल्ली का उपराज्यपाल ने 11 नवंबर को आदेश पारित किया कि कोरोना महामारी के चलते दिल्ली में सार्वजनिक स्थलों पर छठ मनाने की अनुमति नहीं है. श्रद्धालु अपने घरों में वैकल्पिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए छठ पर्व को मना सकते हैं. इस आदेश के बाद से श्रद्धालुओं में सरकार के प्रति रोष है. तभी से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है.
लोगों ने की घाट की सफाई
बुराड़ी इलाके में यमुना घाट पर आज भी पूर्वांचली श्रद्धालु सफाई करने के लिए पहुंचे. साथ ही कहा कि सरकार छठ पर्व को मनाने की अनुमति नहीं भी देगी, तो श्रद्धालु घाट पर आकर डूबते और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे. वहीं प्रशासन पूरी सख्ती के साथ पर्व न मनाने कि लोगों से अपील कर रहा है.
वहीं जरूरत है श्रद्धालुओं को सरकार की बात पर अमल करते हुए इस बार कोरोना महामारी से बचाव के लिए वैकल्पिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए पर्व को मनाना चाहिए. जबकि दिल्ली में दोबारा से कोरोना महामारी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. छठ पर्व के दौरान यमुना घाटों व तालाबों पर श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठी होगी, जिससे किसी को भी कोरोना संक्रमण हो सकता है.