नई दिल्लीः नगर निगम में कर्मचारियों की हड़ताल चल रही है, जिसके चलते निगम कर्मचारी सड़कों पर उतरकर दिल्ली नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. कर्मचारियों का आरोप है निगम कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिली है. उनका कहना है कि चाहे कर्मचारी नगर निगम के किसी भी विभाग का हो, सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इसी बीच आजादपुर मंडी की गेट पर आज निगम कर्मचारियों ने एकजुट होकर दिल्ली नगर निगम के खिलाफ हल्ला बोल दिया. उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर और सिविल लाइन जोन के डीसी इलाके में दौरे पर थे, उनको रोकने के लिए कर्मचारियों ने एकजुट होकर निगम के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया.
कर्मचारियों का आरोप है कि दिल्ली नगर निगम के अधिकारी और नेता कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं. कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को आज तक पक्का नहीं किया गया, कर्मचारी युवा अवस्था में निगम में नौकरी करने के लिए आता है और बूढ़ा हो कर सेवानिवृत्त होता है, लेकिन उसके बाद भी उन्हें परमानेंट नहीं किया जाता.
'नहीं मिली महीनों से सैलरी'
पिछले 4 महीनों का वेतन दिल्ली नगर निगम कर्मचारियों का बकाया है, उसके बावजूद भी नगर निगम कर्मचारियों से निगम अधिकारी व नेता लगातार काम ले रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि वेतन चाहे मिल भी जाए, लेकिन उसके बाद भी निगम कर्मचारियों की हड़ताल जारी रहेगी. बार-बार निगम अपने हाथ में पैसा ना होने की बात कहकर कर्मचारियों से काम कराने की बात करता है. अब निगम के कर्मचारी अपने अधिकारी और नेता से भी नाराज हैं.
'राजनीति के बीच पिस रहे हैं कर्मचारी'
बता दें कि नगर निगम और दिल्ली सरकार एक दूसरे पर घोटाले करने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहते हैं. इन दोनों विभागों की राजनीति के बीच कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है. देखने वाली बात यह होगी कि निगम अपने कर्मचारियों को कब पैसा रिलीज करता है और कब तक कर्मचारियों की हड़ताल खुलेगी.
यह भी पढ़ेंः-NDMC पर कर्मचारी संघ ने लगाई भ्रष्टाचार के आरोपों की झड़ी