नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली के सांप्रदायिक दंगों पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा कोर्ट में दायर आरोपपत्र से ये साबित हो गया है कि फरवरी माह में दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगे एक सोची-समझी साजिश का परिणाम थे.
मनोज तिवारी ने कहा कि इन दंगों की तैयारी बहुत पहले से की जा रही थी. दंगों के दौरान राष्ट्रवाद और हिंदू-मुस्लिम के बीच कायम सांप्रदायिक सौहार्द को छिन्न-भिन्न करने के लिए हर हथकंडे का इस्तेमाल किया गया. हिंसक दरार पैदा करना दंगों के पीछे एक बड़ी साजिश थी.
मनोज तिवारी ने कहा-
जिस तरह सीएए के मामले में एक फर्जी कहानी गढ़ी गई, उसके पीछे साफ मकसद नजर आ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को नुकसान पहुंचाना और देश की विकास गति को पटरी से उतारना ही उनकी मंशा थी. ऐसे दल एक बार फिर नफरत का जहर फैलाकर दिल्ली और देश की जनता को गुमराह करना चाहते हैं, जिससे हम सबको सावधान रहना चाहिए.
मनोज तिवारी ने कहा कि हमें यकीन है कि दिल्ली दंगे के दोषियों को न्यायिक प्रक्रिया के बाद कठोर दंड मिलेगा.