नई दिल्ली: दिल्ली के सिविल लाइन इलाके में संदिग्ध हालात में पुलिस कस्टडी में युवक (Youth dies in police custody) की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि पुलिस एक महिला की शिकायत के बाद राहुल को घर से पकड़ लेकर गई. इसके बाद उसका मेडिकल कराने के लिए हॉस्पिटल ले गई. जहां से वापस आते समय पुलिसकर्मियों ने उसकी पिटाई कर दी और इस दौरान उसकी मौत हो गई.
मृतक राहुल ऑटो चलाता था और ऑटो में सवारी बिठाने के विवाद को लेकर एक महिला से उसकी बहस हो गई, जिसके बाद महिला ने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी. परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि सिविल लाइन दिल्ली का पॉश इलाका है. यहां पर मुख्यमंत्री , स्थानीय विधायक व जिले के डीसीपी सहित तमाम वीआईपी रहते हैं. इलाके में दिल्ली सरकार द्वारा सीसीटीवी लगाए गए हैं और हादसे से पहले सिविल लाइन थाने के गेट पर भी सीसीटीवी लगा हुआ था, लेकिन मामले में लीपापोती करते हुए घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी हटा दिया है.
घटना की सूचना पीड़ित द्वारा पुलिस को दी गई. सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची. पुलिस द्वारा पीड़िता को समझाने की कोशिश की जा रही थी. पुलिस ने बताया कि आरोपी राहुल भी अपना ऑटो लेकर थाने के गेट पर पहुंचा था. वह नशे की हालत में था. पुलिस से पूछताछ के दौरान वह थाने के गेट से भागने की कोशिश करने लगा, इसी दौरान वह एक अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया, जहां उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 354, 509 के तहत मामला दर्ज कर लिया और डेड बॉडी को सब्जी मंडी मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है. पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप