नई दिल्ली: दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए मतदान में अब मात्र 07 दिन रह गए हैं, जिसे देखते हुए सभी पार्टियां और उनके प्रत्याशी भी अपने प्रचार-प्रसार में जोर-शोर से लगे हुए हैं. इस चुनाव में जहां प्रत्याशी अपनी योजनाओं को जनता के सामने रख कर उन्हें लुभाने की कोशिश में लगे हुए हैं, तो वहीं लोग अपना मत उस पार्टी या प्रत्याशी को देने के मूड में हैं, जो उनके क्षेत्र की समस्याओं का समाधान कर सके.
चुनावी गहमागहमी में एक तरफ चुनावी (Delhi Municipal Corporation elections) रैलियां मेले की तरह चल रही है, ऐसे में जब ईटीवी भारत की टीम ने ऑटो ड्राइवर से बात कर उनकी राय के बारे में जानने की कोशिश की कि उनका काम कैसा चल रहा है, वो क्या सोच रहे हैं और किस मुद्दे पर वह अपना कीमती वोट देंगे. उन्होंने बताया की बस फ्री होने की वजह से उनके पास ग्राहक बिल्कुल भी नहीं आ रहे हैं और थोड़े बहुत जो ग्राहक होते हैं वो ई रिक्शा ले लेते हैं. यह ऑटो हमने किस्त पर ले रखी है, इसकी किस्त हम समय पर पूरी नहीं कर पाते हैं. बात रही नेता को सपोर्ट करने की तो नेता लोग बस चुनाव के टाइम में जनता के पास आते हैं और हर काम करवाने का वादा करते हैं, जबकि वह हम लोगों के लिए कोई नेता कुछ भी नहीं करता है.
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ऑटो ड्राइवर ने बताया कि हम चाहते है कि सरकार हमारे लिए भी कुछ करें. हम भी उसी को सपोर्ट करेंगे, जो हमारे लिए कुछ करेंगा. जैसे की ई रिक्शा को गली कॉलोनी में ही चलाने के लिए इजाजत दी गई थी, लेकिन वह ई रिक्शा मेट्रो तक लाया जाता है, जिस कारण से हम लोगों के रोजगार पर भारी असर पड़ा है.
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