नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने यूनिवर्सिटी कैंपस में अनुशासन लागू करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक समिति का गठन किया है. समिति विशेष रूप से 27 जनवरी 2023 की घटना की जांच करेगी, जिसमें वाम छात्र संगठनों और पुलिस के बीच हल्की झड़प हुई थी. दरअसल, ये छात्र संगठन आर्ट्स फैकल्टी में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने वाले थे. इसको देखते हुए सुरक्षा कड़ी की गई थी और इस दौरान दोनों पक्षों में हल्की झड़प भी हुई थी.
इस समिति में सात सदस्य नियुक्त किए गए हैं जिसकी अध्यक्षता डीयू की प्रॉक्टर प्रो. रजनी अब्बी को सौंपी गई है. इसमें अन्य सदस्य के तौर पर कॉमर्स विभाग के प्रो. अजय कुमार सिंह, ज्वाइंट प्रोक्टर प्रो. मनोज कुमार सिंह, सोशल वर्क विभाग के प्रो. संजय रॉय, हंसराज कॉलेज की प्रिसिंपल प्रो. रमा, किरोड़मल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. दिनेश खट्टर और मुख्य सुरक्षा अधिकारी गजे सिंह शामिल हैं.
वीसी द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि यह समिति मुख्य तौर पर 27 जनवरी को दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी और गेट नं 4 के सामने हुई घटना की जांच करेगी. वीसी ने इस समिति से इस संबंध में रिपोर्ट 30 जनवरी यानी सोमवार तक जमा कराने को कहा है.
ये भी पढ़ेंः IAF Aircrafts Crash: भारतीय वायुसेना के दो फाइटर प्लेन क्रैश, भरतपुर में मिला मलबा
ये है मामलाः दरअसल, दिल्ली विश्वविद्यालय की अनुमति के बिना डीयू के आर्ट्स फैकल्टी के पास पीएम मोदी पर आधारित बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग किए जाने को लेकर छात्र अड़े हुए थे. इस दौरान परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. इस बीच दोनों पक्षों के बीच हंगामा हो गया और इसमें करीब 20 छात्रों को हिरासत में ले लिया गया. वहीं इससे पहले जेएनयू, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अंबेडकर यूनिवर्सिटी में भी इस डॉक्यूमेंट्री के स्क्रीनिंग को लेकर हंगामा हो चुका था.