नई दिल्ली: राजधानी के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुई झड़प के दौरान एक वकील (चश्मदीद) ने आंखों देखी बात बताई. वकील राकेश कौशिक खुद को चश्मदीद बताते हैं. वे कहते हैं कि कोर्ट हमारा है. हम कही भी अपनी गाड़ी खड़ी कर सकते हैं. वकील को गलत जगह गाड़ी पार्क करने पर छाती में गोली मारी और अपराधी को पैर में गोली मारती है. ये दिल्ली पुलिस का कैसा न्याय है.
'वकील की छाती में मारी गोली'
खुद को चश्मदीद बताने वाले वकील राकेश कौशिक ने बताया कि मैं और मेरा दोस्त तीस हजारी मेट्रो स्टेशन से बाहर निकल रहे थे. तभी हमने कोर्ट परिसर में गोली चलने की आवाज सुनी. जाकर वहां देखा कि एक वकील को गाड़ी में डालकर अस्पताल ले जाया जा रहा था. उसकी छाती में गोली लगी थी.
'दोषियों को सजा मिलनी चाहिए'
पता चला कि वकील को गोली पुलिस वाले ने लॉकअप गेट के सामने गाड़ी पार्क करने की वजह से मारी है. कोर्ट हमारा है, वकील कहीं भी अपनी गाड़ी पार्क कर सकते हैं. वकील जल्दी में था तो उसने पुलिस वाले को अपनी गाड़ी हटाने के लिए चाभी भी दे दी. पुलिस जरा सी गलती के लिए वकील की छाती में गोली मारे और अपराधी की टांग में. ये कहां का न्याय है. जो दोषी है उन्हें सजा मिलनी चाहिए.