नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में यमुना नदी पिछले कई दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. वहीं, यमुना किनारे लोगों को जाने से रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं. यही वजह है कि लोग यमुना नदी में नहाने चले जा रहे हैं. इसी क्रम में उत्तरी दिल्ली के सिंधु गांव के पांच लड़के पल्ला में यमुना नदी में नहाने गए. इसमें तीन लड़के डूब गए. घटना के 24 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन इन्हें अभी तक नहीं खोजा जा सका है. अभी भी रेस्क्यू अभियान जारी है.
जानकारी के मुताबिक, जो बच्चे डूबे हैं वे सभी नाबालिग हैं. बच्चों की पहचान 13 साल के रूपेश पांडे, 14 साल का रिशु और 13 साल के शिवम के तौर पर हुई है. बता दें शनिवार को जब परिवार के लोग अपने-अपने काम पर चले गए थे, तभी सिंधु गांव के रहने वाले 5 लड़के अलीपुर थाना इलाके के पल्ला यमुना नदी पर नहाने के लिए गए. यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है. इसके बावजूद यमुना में लोगों को जाने से रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है. सभी बच्चे नदी में नहाने उतर गए, लेकिन इसी क्रम में तीन डूब गए जबकि दो बच्चे वापस घर आ गए.
ये बच्चे घटना की जानकारी कई घंटों तक किसी को नहीं दी. रात को जब घरवाले वापस आए तो बच्चों की तलाश शुरू की. पूछताछ करने पर दोनों बच्चों ने बताया कि यमुना के गहरे जलस्तर में तीनों बच्चे डूब गए हैं. तब जाकर परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी और बच्चों की तलाश शुरू की. पिछले कई घंटों से लगातार गोताखोर और दमकल की टीम बच्चों की तलाशी के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है, लेकिन बहाव तेज और यमुना की गहराई ज्यादा होने की वजह से अभी तक बच्चों का कुछ पता नहीं चल सका है.
फिलहाल परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. कोशिश की जा रही है कि जल्द से जल्द बच्चों को तलाश किया जाए, लेकिन उनके बचने की संभावनाएं अब कम ही है, क्योंकि पिछले कई घंटे बीत चुके हैं और बच्चों का पता नहीं लगाया जा सका है.
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