नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के सबसे बड़े अस्पताल हिंदू राव में रेजिडेंट डॉक्टर और ग्रुप सी और डी के कर्मचारी एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए हैं. एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर और कर्मचारी मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
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दरअसल पूरा मामला 16 तारीख का है. कर्मचारियों का आरोप है कि एक मरीज डॉक्टर को दिखाने आया तो उन्होंने उसे नहीं देखा. इसके बाद डॉक्टर और कर्मचारियों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई. जिसके चलते अस्पताल प्रशासन ने कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया. कर्मचारियों का कहना है कि प्रशासन ने मनमानीपूर्वक एक तरफ फैसला करते हुए कर्मचारी का ट्रांसफर कर दिया जबकि दूसरे पक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
वहीं दूसरी तरफ रेजिडेंट डॉक्टरों का आरोप है कि इस घटना के बाद वे अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. अस्पताल कर्मचारी के ऊपर मामला दर्ज होना चाहिए. रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने दबाव के कारण कर्मचारी का ट्रांसफर फिलहाल रोक दिया है. हड़ताल में शामिल रेजिडेंट डॉक्टरों ने बताया कि 17 अगस्त को अस्पताल के सर्जरी विभाग में एक नरसिंग अर्दली ने पहले डॉक्टर के साथ कहासुनी की, उसके बाद अपने साथियों के साथ मिलकर डॉक्टर के साथ मारपीट की.
रेजिडेंट डॉक्टर और कर्मचारियों के हड़ताल का खामियाजा सबसे ज्यादा मरीजों को उठाना पड़ेगा क्योंकि दोनों अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. वहीं निगम प्रशासन का कहना है कि अस्पताल में स्ट्राइक का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर नहीं पड़ रहा है.
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