नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी में छठ मनाने पर जमकर (Politics over Chhath festiva) राजनीति की जा रही है. दिल्ली में बहने वाली यमुना नदी में वज़ीराबाद इलाके के कई नाले गिरते हैं, जिससे यमुना का पानी विषैला हो रहा है. ओखला इलाके तक पहुंचते-पहुंचते यह पानी और भी गंदा हो जाता है. नाले में बहने वाले गंदगी सीधे यमुना में डाली जा रही है, जिससे लोगों को चर्म रोग संबंधी बीमारी होने का खतरा बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते यमुना नदी के पानी मे छठ महापर्व को नहीं मनाने दिया जा रहा है.
भाजपा प्रवक्ता डॉ टीना शर्मा ने भी दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल छठ पर्व को लेकर श्रद्धालुओं के साथ राजनीति कर रहे हैं. बीते आठ सालों में यमुना नदी की सफाई नहीं कराई गई लेकिन हर बार फंड अलोकेट हुआ. इस दौरान भाजपा सांसदों ने भी यमुना का दौरा कर गंदगी होने की बात सामने रखी और इस पर आपत्ति भी जताई.
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बता दें कि दिल्ली में पल्ला से लेकर कालिंदी कुंज तक यमुना नदी का करीब 22 किलोमीटर का हिस्सा बहता है, जिसमें छोटे बड़े नजफगढ़ ड्रेन सहित 18 नाले यमुना में बह रहे हैं. इन नालो से दिल्ली की गंदगी यमुना नदी में डाली जा रही है, जिससे पानी विषैला हो रहा है. सरकार साल दर साल यमुना की सफाई पर करोड़ो रूपये खर्च करती है और दावा किया जाता है की यमुना को साफ कर इसका पानी नहाने लायक बनाया जाएगा. दिल्ली के वज़ीराबाद ओर बुराड़ी इलाके में प्रशासन और छठ श्रद्धालुओं के बीच छठ मनाने को लेकर विवाद हुआ. दिल्ली सरकार मंत्री कैलाश गहलोत और छठ समिति सलाहकार व बुराड़ी विधायक ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर छठ पर राजनीति करने का आरोप लगाया है.
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