नई दिल्ली: डीयू में दिल्ली सरकार की ओर से वित्त पोषित 12 कॉलेजों में फंड को लेकर समस्या लगातार बरकरार है. वहीं इन कॉलेजों में समय पर फंड न मिलने की वजह से शिक्षकों और कर्मचारियों को सैलरी, बिजली का बिल सहित बाकी बिल पिछले करीब 3 महीने से फंड ना होने की वजह से बकाया है.
बता दें कि फंड को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के नेतृत्व में कर्मचारियों शिक्षकों ने कई दफा दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया. लेकिन फंड की समस्या जस की तस बरकरार है.
फंड ना होने की वजह से डीडीयू में काटा फोन
दिल्ली विश्वविद्यालय में दिल्ली सरकार की ओर से 12 कॉलेज सौ फीसदी वित्त पोषित है. वहीं मिली जानकारी के मुताबिक दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज (डीडीयू) में फोन और इंटरनेट का कनेक्शन पिछले 4 महीने से बिल ना देने की वजह से कट गया है. वहीं दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज के प्रिंसिपल हेमचंद्र जैन ने कहा कि फोन और इंटरनेट कनेक्शन कट गया है, लेकिन अगर यही स्थिति बरकरार रही तो जल्द ही बिजली का कनेक्शन भी काट दिया जाएगा. इसके अलावा कई कॉलेजों में मई माह से शिक्षकों और कर्मचारियों को सैलरी देने में काफी परेशानी आ रही है.
सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
बता दें कि फंड को लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) दिल्ली सरकार को पिछले काफी समय से गुहार लगा रही है. साथ ही डूटा के नेतृत्व में शिक्षक विधानसभा से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं. वहीं डूटा का कहना है कि दिल्ली सरकार और दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच चल रही रस्साकशी का खामियाजा शिक्षक और कर्मचारियों को उठाना पड़ रहा है.
दिल्ली सरकार द्वारा सौ फीसदी वित्त पोषित डीयू के कॉलेज
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय में दिल्ली सरकार की ओर से सौ फीसदी वित्त पोषित 12 कॉलेजों में दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज, केशव महाविद्यालय, शहीद राजगुरू कॉलेज फॉर अप्लाइड साइंसेज फॉर वूमेन, महाराजा अग्रसेन कॉलेज, आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज, इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंस, शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, डॉ. बीआर अंबेडकर कॉलेज, अदिति महाविद्यालय, महर्षि वाल्मीकि कॉलेज ऑफ एजुकेशन, भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ अप्लाइड साइंस शामिल है.