नई दिल्ली: दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला रावण के रूप में जलाया गया. हाथरस कांड को लेकर अभी भी लोगों का आक्रोश खत्म नहीं हुआ है. यही आक्रोश आज योगी के पुतला दहन के रूप में देखने को मिला. जहां दशहरे के दिन स्थानीय लोगों और दिल्ली विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़लान द्वारा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन मंगोलपुरी एस ब्लॉक चौक पर किया गया.
'मामले की लीपापोती करने की कोशिश'
राखी बिड़लान के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री किसी जाति विशेष को प्रोटेक्शन देकर दलितों को न्याय से वंचित कर रहे हैं. उनको प्रदेश की जनता को सुरक्षा मुहैय्या करवाने के बजाय अपने समुदाय को सुरक्षित करना उचित कदम लगता है. हाथरस की बेटी के साथ जो अन्याय हुआ, वो जघन्य अपराध की श्रेणी में है फिर भी न्याय में देरी हो रही है और मामले की पूरी लीपापोती करने की कोशिश की गई.
'दलितों को न्याय मिलने में देरी'
आम आदमी पार्टी की नेता राखी बिड़लान ने कहा कि दलितों को न्याय मिलने में इतनी देरी क्यों. साथ ही साथ बीते दिनों गाजियाबाद में कुछ दलित समुदाय के लोगो ने बौद्ध धर्म अपनाया जिसको लेकर योगी सरकार के पदाधिकारियों द्वारा दिए गए बयान पर राखी बिड़लान ने सवाल उठाए. जिसको लेकर आज विजयदशमी के अवसर पर यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रावण रूपी पुतला फूंका गया है.
हाथरस कांड को लेकर के लगातार दलित समुदाय का आक्रोश जारी है और दिल्ली में भी इसी आक्रोश को सड़कों पर दिखाया गया और रावण रूपी योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंक कर पीड़ित परिवार के लिए जल्द से जल्द इंसाफ और आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग की गई.