नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में प्रचार-प्रसार तेज हो गया है. सोमवार को ABVP के बाद NSUI ने भी अपना मेनिफेस्टो जारी कर दिया. इस बार खास बात है कि दोनों स्टूडेंट यूनियन ने दो-दो मेनिफेस्टो जारी किया है. गर्ल्स स्टूडेंट्स के लिए अलग से घोषणा पत्र जारी किया गया है. शनिवार को छात्रों के लिए घोषणा-पत्र जारी करने के बाद एनएसयूआई ने महिला छात्रों को ध्यान में रखते हुए महिला मेनिफेस्टो जारी किया.
राष्ट्रीय कार्यालय में पूर्व डूसू अध्यक्ष अमृता धवन, पूर्व अध्यक्ष नीतू वर्मा, एनएसयूआई सचिव पद की प्रत्याशी यक्षना शर्मा ने प्रेस वार्ता कर महिला घोषणापत्र जारी किया. इसमें मुख्य तौर पर महिला छात्रों को प्रति सेमेस्टर में 12 दिन का महावारी अवकाश करने की बात रखी. धवन ने कहा कि एनएसयूआई कांग्रेस की विचारधारा पर चलते हुए हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ाना का काम करती है. इस देश में पहली प्रधानमंत्री से लेकर पहली महिला राष्ट्रपति तक सब कांग्रेस की देन है.
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उन्होंने कहा कि हम कैंपस में भी महिला छात्रों की जरूरतों को विशेष तौर पर ध्यान में रखते हैं और इसलिए इतिहास में पहली बार महिला घोषणा पत्र लेकर आए हैं. इसके अलावा यौन हिंसा के प्रति जीरो टाॅलरेंस, कॉलेज परिसर के बाहर पुलिस की गश्त बढ़ाना, कैंपस में सीसीटीवी कैमरे लगाने, LGBTQIA+ छात्रों को विश्वविद्यालय में अनुकूल वातावरण देने जैसे मुद्दे को शामिल किया है.
गौर करने वाली बात यह है कि दोनों संगठन ने महिला छात्रों के हित को इस चुनाव में मुख्य मुद्दा बनाया है. क्योंकि दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज में लड़कों की तुलना में अधिक संख्या में लड़कियां दाखिला लेती हैं और इस बार लड़कियों का वोट इस चुनाव की दिशा और दशा तय करेगा.