नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम(NDMC) का सत्र साल 2019 के अंत में हंगामेदार रहा. दरअसल सीलिंग और हाउस टैक्स पर कांग्रेस नेता मुरकेश गोयल और कमिश्नर वर्षा जोशी के बीच में तीखी बहस छीड़ी. मुकेश गोयल द्वारा पूछे गए तीखे सवालों के बाद भड़की वर्षा जोशी बोली अधिकारियों के काम में दखल ना दे नेता या फिर नेता ही चलाए निगम. स्थाई समिति के स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश ने बीच में आकर मामले को संभाला.
कांग्रेस नेता ने निगम पर उठाया सवाल
साल 2019 के आखिरी दिन भी उत्तरी दिल्ली नगर निगम का स्थाई समिति का सत्र हंगामेदार रहा. दरअसल पूरे सत्र के दौरान निगम पार्षद जो कि स्थाई समिति के सदस्य हैं क्षेत्र की जनता की समस्याएं गिनाते दिखे. इसी बीच स्थाई समिति के सत्र के अंदर सीलिंग के मुद्दे को उठाया गया. जिसके ऊपर विवाद काफी बढ़ गया और कांग्रेस नेता मुकेश गोयल ने बहस में निगम के ऊपर सवाल उठाए.
मुकेश गोयल ने सीलिंग के मुद्दे के साथ हाउस टैक्स के मुद्दे को लेकर कमिश्नर वर्षा जोशी से तीखे सवाल पूछे. जिसके बाद निगम की कमिश्नर वर्षा जोशी भड़क गई और बोली निगम के नेता या तो निगम के अधिकारियों को अपना काम करने दें या फिर निगम के नेता निगम को खुद चलाएं और रिवेन्यू जनरेट करें.
स्थाई समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश ने संभाला मोर्चा
स्थाई समिति के सत्र में कांग्रेस नेता मुकेश गोयल और कमिश्नर वर्षा जोशी के बीच में बहस इतनी तीखी हो गई थी कि कमिश्नर वर्षा जोशी के आक्रामक तेवर साफ तौर पर देखे जा सकते थे. आपको बता दें कि स्थाई समिति का सत्र शुरू होने के समय ही पार्षद के सवालों से वर्षा जोशी नाराज होकर पहले ही थोड़ी देर के लिए सत्र छोड़ कर जा चुकी थी. जिसके बाद जब वर्षा जोशी सत्र में वापस आई उसके बाद मुकेश गोयल के तीखे सवालों पर कमिश्नर वर्षा जोशी भड़क गई ओर स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश को पूरी स्थिति को संभालना पड़ा. जिसके बाद जय प्रकाश ने न सिर्फ पूरे मामले को शांत किया बल्कि सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाया ओर पूरा किया.
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के स्थाई समिति के सत्र के अंदर कांग्रेस नेता मुकेश गोयल और कमिश्नर वर्षा जोशी के बीच मे सत्र के अंदर हुई तीखी बहस.जिसको देखते हुए स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश को बीच में आकर मामले को संभालना पड़ा.