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कमला नगर मार्केट: महिला शौचालय का अभाव और आवारा पशु बने परेशानी की वजह, महिलाएं बोलीं जल्द हो समाधान - No toilet for women in Kamla Nagar market

दिल्ली सरकार ने राजधानी के पांच प्रमुख बाजारों के सौंदर्यीकरण को लेकर बजट में प्रावधान किया है. इसको ध्यान में रखते हुए ईटीवी भारत ने मंगलवार को कमला नगर मार्केट(Kamla Nagar Market) को विशेष रिपोर्ट पेश की थी. बुधवार को ईटीवी भारत ने बाजार में जाकर व्यापारियों और खरीदारी करने वाले लोगों से फीडबैक लिया और बाजार से जुड़ी प्रमुख परेशानियों, कमियों के बारे में जाना. खरीदारी करने वाले लोगों ने बताया कि बाजार में पार्किंग, खराब सुरक्षा व्यवस्था, पैदल चलने का रास्ता ना होना, खस्ताहाल सड़कें और आवारा पशु प्रमुख समस्याएं हैं, जिनका जल्द समाधान होना चाहिए.

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Published : Oct 21, 2022, 2:39 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राजधानी के पांच प्रमुख बाजारों के सौंदर्यीकरण को लेकर बजट में प्रावधान किया है. इसको ध्यान में रखते हुए ईटीवी भारत ने मंगलवार को कमला नगर मार्केट(Kamla Nagar Market) को विशेष रिपोर्ट पेश की थी. बुधवार को ईटीवी भारत ने बाजार में जाकर व्यापारियों और खरीदारी करने वाले लोगों से फीडबैक लिया और बाजार से जुड़ी प्रमुख परेशानियों, कमियों के बारे में जाना. खरीदारी करने वाले लोगों ने बताया कि बाजार में पार्किंग, खराब सुरक्षा व्यवस्था, पैदल चलने का रास्ता ना होना, खस्ताहाल सड़कें और आवारा पशु प्रमुख समस्याएं हैं, जिनका जल्द समाधान होना चाहिए.

ये भी पढ़ें :कमला नगर यानी यूथ हैंग आउट मार्केट, लोकेशन है इसकी शान


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट सत्र में जब दिल्ली का बजट पेश किया तो उसमें राजधानी के पांच प्रमुख बाजारों के सौंदर्यीकरण के लिए अलग से प्रावधान करने के साथ बजट भी अलॉट किया गया. इन बाजारों में खारी बावली, कमला नगर, लाजपत नगर, सरोज नगर और कीर्ति नगर के बाजार शामिल हैं. इन सभी बाजारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से आर्किटेक्चर्स के साथ ही डिजाइनर्स की टीम हायर की गई है. दिल्ली का कमला नगर मार्केट राजधानी के सबसे पुराने और व्यस्त बाजारों में से एक है. इस बाजार को डेवलप करना दिल्ली सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती साबित होने वाली है. ईटीवी भारत की टीम ने कमला नगर बाजार पर एक विशेष रिपोर्ट मंगलवार को प्रस्तुत की थी. जिसमें बाजार की वास्तविक स्थिति और बाजार से जुड़ी हुई समस्याओं के बारे में जिक्र किया गया था.

कमला नगर मार्केट
इसके बाद ईटीवी भारत की टीम बुधवार को फिर से कमला नगर के प्रमुख बाजार पहुंची और वहां के व्यापारी और खरीदारी करने आने वाले लोगों के साथ ना से बातचीत करते हुए रिपोर्ट को लेकर फीडबैक लिया और यह जाना कि वर्तमान में उन्हें बाजार में किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है. व्यापारियों ने कहा कि कमला नगर के बाजार में सबसे बड़ी और प्रमुख समस्या पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था ना होना है. हालांकि एमसीडी के द्वारा जो मल्टीलेवल पार्किंग बनाई गई है उसमें सिर्फ 600 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था है और उसमें 400 गाड़ियों की पार्किंग ज्यादातर बुक रहती हैं.यूथ हैंग आउट जोन के नाम से जाने जाने वाले कमला नगर मार्केट में महिलाओं के लिए शौचालय न होना एक अन्य बड़ी समस्या है. कमला नगर मार्केट में हर रोज बड़ी संख्या में महिलाएं खरीदारी करने आती हैं. लेकिन महिला शौचालय ना होने की वजह से इन्हें कई बार बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. एमसीडी की मल्टीलेवल पार्किंग में शौचालय की व्यवस्था तो है लेकिन उसने शौचालय नहीं हैं. इन दिनों आवारा पशुओं की समस्या भी यहां विकराल रूप ले चुकी है. आवारा पशुओं की वजह से बाजार में जगह-जगह गंदगी का अंबार लग जाता है. वहीं दूसरी तरफ इनकी वजह से एक्सीडेंट भी होते हैं. यहां शॉपिंग करने आने वाली महिलाओं ने ईटीवी भारत से स्पष्ट तौर पर कहा कि बाजार में पार्किंग और महिला शौचालय तो बड़ी समस्या है ही, सुरक्षा व्यवस्था भी एक और बड़ी परेशानी की वजह है. बाजार में कहीं पर भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है. कुछ दुकानदारों ने निजी तौर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. बाजार में शाम 8-9 बजते ही चेन, फोन और पर्स स्नैचिंग की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं. जो महिलाओं के लिए परेशानी का सबब है. लोगों ने यह भी बताया कि कमला नगर के बाजार में जगह की कमी की वजह से पैदल चलने के लिए पर्याप्त रास्ता नहीं है. यह दिल्ली के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले बाजारों में से एक है. यहां हर रोज हज़ारो की संख्या में लोग आते हैं. बाजार में पैदल चलने की जगह की कमी लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी है. दिल्ली के सबसे व्यस्त बाजारों में से एक कमला नगर बाजार का इतिहास लगभग 80 साल पुराना है. सन 1941 से यह बाजार चस रहा है. लेकिन इस बाजार की सूरते हाल पिछले कई दशकों से एक जैसी है. जो दिनों-दिन खस्ताहाल होती जा रही है. बाजार में खरीदारी करने आने वाले लोगों ने ईटीवी भारत से फीडबैक रिपोर्ट की बातचीत में कहा कि मंगलवार की रिपोर्ट बहुत सराहनीय है.

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नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने राजधानी के पांच प्रमुख बाजारों के सौंदर्यीकरण को लेकर बजट में प्रावधान किया है. इसको ध्यान में रखते हुए ईटीवी भारत ने मंगलवार को कमला नगर मार्केट(Kamla Nagar Market) को विशेष रिपोर्ट पेश की थी. बुधवार को ईटीवी भारत ने बाजार में जाकर व्यापारियों और खरीदारी करने वाले लोगों से फीडबैक लिया और बाजार से जुड़ी प्रमुख परेशानियों, कमियों के बारे में जाना. खरीदारी करने वाले लोगों ने बताया कि बाजार में पार्किंग, खराब सुरक्षा व्यवस्था, पैदल चलने का रास्ता ना होना, खस्ताहाल सड़कें और आवारा पशु प्रमुख समस्याएं हैं, जिनका जल्द समाधान होना चाहिए.

ये भी पढ़ें :कमला नगर यानी यूथ हैंग आउट मार्केट, लोकेशन है इसकी शान


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट सत्र में जब दिल्ली का बजट पेश किया तो उसमें राजधानी के पांच प्रमुख बाजारों के सौंदर्यीकरण के लिए अलग से प्रावधान करने के साथ बजट भी अलॉट किया गया. इन बाजारों में खारी बावली, कमला नगर, लाजपत नगर, सरोज नगर और कीर्ति नगर के बाजार शामिल हैं. इन सभी बाजारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से आर्किटेक्चर्स के साथ ही डिजाइनर्स की टीम हायर की गई है. दिल्ली का कमला नगर मार्केट राजधानी के सबसे पुराने और व्यस्त बाजारों में से एक है. इस बाजार को डेवलप करना दिल्ली सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती साबित होने वाली है. ईटीवी भारत की टीम ने कमला नगर बाजार पर एक विशेष रिपोर्ट मंगलवार को प्रस्तुत की थी. जिसमें बाजार की वास्तविक स्थिति और बाजार से जुड़ी हुई समस्याओं के बारे में जिक्र किया गया था.

कमला नगर मार्केट
इसके बाद ईटीवी भारत की टीम बुधवार को फिर से कमला नगर के प्रमुख बाजार पहुंची और वहां के व्यापारी और खरीदारी करने आने वाले लोगों के साथ ना से बातचीत करते हुए रिपोर्ट को लेकर फीडबैक लिया और यह जाना कि वर्तमान में उन्हें बाजार में किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है. व्यापारियों ने कहा कि कमला नगर के बाजार में सबसे बड़ी और प्रमुख समस्या पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था ना होना है. हालांकि एमसीडी के द्वारा जो मल्टीलेवल पार्किंग बनाई गई है उसमें सिर्फ 600 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था है और उसमें 400 गाड़ियों की पार्किंग ज्यादातर बुक रहती हैं.यूथ हैंग आउट जोन के नाम से जाने जाने वाले कमला नगर मार्केट में महिलाओं के लिए शौचालय न होना एक अन्य बड़ी समस्या है. कमला नगर मार्केट में हर रोज बड़ी संख्या में महिलाएं खरीदारी करने आती हैं. लेकिन महिला शौचालय ना होने की वजह से इन्हें कई बार बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है. एमसीडी की मल्टीलेवल पार्किंग में शौचालय की व्यवस्था तो है लेकिन उसने शौचालय नहीं हैं. इन दिनों आवारा पशुओं की समस्या भी यहां विकराल रूप ले चुकी है. आवारा पशुओं की वजह से बाजार में जगह-जगह गंदगी का अंबार लग जाता है. वहीं दूसरी तरफ इनकी वजह से एक्सीडेंट भी होते हैं. यहां शॉपिंग करने आने वाली महिलाओं ने ईटीवी भारत से स्पष्ट तौर पर कहा कि बाजार में पार्किंग और महिला शौचालय तो बड़ी समस्या है ही, सुरक्षा व्यवस्था भी एक और बड़ी परेशानी की वजह है. बाजार में कहीं पर भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है. कुछ दुकानदारों ने निजी तौर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. बाजार में शाम 8-9 बजते ही चेन, फोन और पर्स स्नैचिंग की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं. जो महिलाओं के लिए परेशानी का सबब है. लोगों ने यह भी बताया कि कमला नगर के बाजार में जगह की कमी की वजह से पैदल चलने के लिए पर्याप्त रास्ता नहीं है. यह दिल्ली के सबसे ज्यादा भीड़भाड़ वाले बाजारों में से एक है. यहां हर रोज हज़ारो की संख्या में लोग आते हैं. बाजार में पैदल चलने की जगह की कमी लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी है. दिल्ली के सबसे व्यस्त बाजारों में से एक कमला नगर बाजार का इतिहास लगभग 80 साल पुराना है. सन 1941 से यह बाजार चस रहा है. लेकिन इस बाजार की सूरते हाल पिछले कई दशकों से एक जैसी है. जो दिनों-दिन खस्ताहाल होती जा रही है. बाजार में खरीदारी करने आने वाले लोगों ने ईटीवी भारत से फीडबैक रिपोर्ट की बातचीत में कहा कि मंगलवार की रिपोर्ट बहुत सराहनीय है.

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