नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोर्ट के आदेश के बाद भी मोबाइल टावर लगाने का काम नहीं रुक रहा है. दिल्ली में लगातार मोबाइल टावर लगाने का काम जारी है.
कोर्ट ने आदेश दिया था कि दिल्ली में नए मोबाइल टावर नहीं लगाए जाएंगे. कंपनियां पहले से लगे टावर के ऊपर ही अपना नेटवर्क लगा सकती है. जिससे टावरों से फैलने वाली रेडिएशन का खतरा कम हो सके और लोगों को होने वाली घातक बीमारियों से बचाया जा सके.
स्थानीय लोग परेशान
स्वरूप नगर के स्थानीय लोगों का आरोप है कि इलाके में रात के अंधेरे में नए मोबाइल टावर लगाने का खेल जारी है. दिन में टावर लगाए जाते हैं तो लोग उनका विरोध करते हैं लेकिन रात के अंधेरे में मोबाइल टावर लगा कर कंपनियां अपना काम चला रही है. जिससे मकान मालिकों को मोटा मुनाफा मिल रहा है. लोगों का कहना है कि मोबाइल टावर से निकलने वाली रेडिएशन महिलाएं और बच्चों के लिए हानिकारक साबित हो रही है. खासकर छोटे बच्चों के दिमाग और दिल पर मोबाइल टॉवर से निकलने वाली रेडिएशन घातक साबित हो रही हैं.
लोगों का कहना है कि कई बार इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों और एजेंसी से की जा चुकी है लेकिन अभी तक मोबाइल टावर लगने के काम में कमी नहीं आई है. इसके बावजूद टावर लगातार लगाए जा रहे हैं. लोगों ने आरोप लगाया कि जिस टाइम चोरों के आने का समय होता है. कंपनियों के कर्मचारी उस वक्त मोबाइल टावर लगाने का काम करते हैं.