नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कोरोना टेस्ट की सुविधा किसके लिए है, ये सवाल इसलिए क्योंकि निगम के ही दूसरे अस्पताल आरबीटीबी की तीन नर्सों को टेस्ट करवाने के लिए बाड़ा हिन्दू राव अस्पताल में घंटों धक्के खाने पड़े.
दरअसल तेज बुखार में होने के बाद भी जब नर्सें सुबह 10 बजे टेस्ट करवाने पहुंचीं तो टेस्टिंग काउंटर खाली होने के बाद भी उन्हें दोपहर के तीन बजे आने को कहा गया. तीन बजे नर्सों ने जब फिर से टेस्ट के लिए बोला तो उन्हें फिर इंतजार करने को बोला गया. 5 बजे जब नर्सों का सब्र जवाब दे गया तो उन्होंने आवाज उठाई तो उनका टेस्ट करने के बजाए वीडियो बना कर उनकी शिकायत बड़े अधिकारी से करने की धमकी दी जाने लगी.
नहीं किया गया था क्वारंटाइन
बता दें कि आरबीटीबी अस्पताल के मेल वार्ड में 5 में से भर्ती एक मरीज के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद वार्ड की तीन नर्सों में भी संक्रमण के लक्ष्ण दिखने लगे थे. इसके बाद भी एक सप्ताह तक अस्पताल प्रशासन ने इनका टेस्ट करवाने की जहमत नहीं उठाई और न ही उनको क्वारंटाइन ही किया गया.
दिल्ली नर्सेज एसोसिएशन ने जब हस्तक्षेप किया तब जाकर इन्हें एक सप्ताह का क्वारंटाइन मिला. इस मामले को जब ईटीवी भारत ने अपनी खबर के माध्यम से उठाया, तब जाकर अधिकारीयों ने उन्हें टेस्ट करवाने की इजाजत दी.