नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में ठंड का कहर जारी है. इस हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच रैन बसेरों के इंतजाम को लेकर दिल्ली सरकार की पोल खुलती नजर आ रही है. रोहिणी और आस पास के इलाके के रैन बसेरों में बुजुर्ग और महिलाएं ठंडे पानी से नहाने को मजबूर हैं. कई रैन बसेरों के गीजर खराब हैं.
कुव्यवस्था की मार झेल रहे रैन बसेरे : राजधानी दिल्ली के तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है. ठंड का प्रकोप आमजन के लिए किसी परेशानी से कम नहीं है. ये ठंड उन बेसहारा लोगों के लिए बड़ी मुसीबत है, जिनके सिर पर छत नहीं है. ऐसे लोगों की मदद के लिए दिल्ली सरकार की ओर से कई रैन बसेरे चलाए जा रहे हैं लेकिन कई इलाकों में संचालित रैन बसेरे अव्यवस्था की मार भी झेल रहे हैं. मंगोलपुरी के अधिकतर रैन बसेरों में गर्म पानी की सुविधा नहीं है. ऐसे ही रैन बसेरों में से एक मंगोलपुरी आर ब्लॉक के रैन बसेरे पर स्थानीय ग्रामीण सेवा के ड्राइवरों ने कब्जा कर रखा है. आपको बता दे कि रैन बसेरों में किसी भी ज्वलनशील पदार्थ को नहीं लाया जा सकता, लेकिन यहां ड्राइवरों का हुक्का पीते हुए तस्वीर भी साफ देखने को मिला.
तीन माह से नहीं आए डॉक्टर : हमारी टीम ने जब दिल्ली सरकार से मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लेने के लिए रोहिणी के रैन बसेरों में पहुंची तो यहां भी रैन बसेरा में गर्म पानी की सुविधा नहीं थी. रोहिणी सेक्टर 3 में रैन बसेरों में रहने वाले पुरुष और महिलाओं से बात की तो अंदर गर्म पानी की व्यवस्था नहीं थी. यहां लगभग पिछले 20 दिन से गीजर खराब पड़े हैं. उस पर तुर्रा यह कि रोहिणी के महिला रैन बसेरों में पिछले 3 महीने से डॉक्टर नहीं आ रहे हैं, जिसको लेकर महिलाएं काफी परेशान दिखीं. यहां सफाई- व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं है.
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इधर नजर भी नहीं डाल रहा प्रशासन : दिल्ली में सर्दी का सितम जारी है और दिल्ली के रैन बसेरों में रहने वाले बेसहारा लोगों को दिल्ली सरकार से मिलने वाली सुविधाओं पर सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं. दिल्ली सरकार तमाम सुख- सुविधाएं देने को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है, दूसरी ओर इन रैन बसेरों में महिलाएं और बुजुर्ग ठंडे पानी में नहाने को मजबूर हैं. प्रशासन इस ओर नजर डालना भी उचित नहीं समझ रहा.देखना है कि आखिर कब तक लोगों को गर्म पानी की सुविधा मिल पाती है.
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