नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली की जनता इन दिनों बारिश और जलभराव की गंभीर समस्या से जूझ रही है. वहीं अब दिल्ली के दरवाजे पर जल जनित बीमारियों ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है. दिल्ली की तीनों नगर निगमों के क्षेत्र में जल जनित बीमारियों के कुछ मामले भी सामने आए हैं. इसी बीच आज दिल्ली के तीनों मेयर ने मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें जल जनित बीमारियों को लेकर दिल्ली नगर निगम द्वारा चलाए जाने वाले महाअभियान की घोषणा की गई.
उत्तरी दिल्ली के मेयर जयप्रकाश ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान बताया कि निगम डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी खतरनाक बीमारियों के आगमन को देखते हुए 25 अगस्त को महाअभियान की शुरुआत करने जा रही हैं. जिसमें दिल्ली नगर निगम के सभी 12 जोन में 25 अगस्त के दिन विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
हर एक जोन में दो जगह कार्यक्रम किए जाएंगे. इन सभी कार्यक्रमों में दिल्ली भाजपा के सभी बड़े नेता चाहे वह विधायक हों या सांसद या फिर अन्य नेता सभी शामिल होंगे. इस महाअभियान में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के 7000 कर्मचारी के साथ दक्षिणी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के भी हजारों कर्मचारी जमीनी स्तर पर काम करेंगे. भाजपा के 8 विधायक, सातों सांसद और कई बड़े नेता इस अभियान में जमीनी स्तर पर डेंगू मलेरिया ओर चिकनगुनिया को लेकर दिल्ली की जनता को जागरूक करते हुए दिखेंगे.
पूर्वी दिल्ली के मेयर ने भी रखा अपना पक्ष
पूर्वी दिल्ली के मेयर निर्मल जैन ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम मच्छर जनित रोगों के लिए लगातार काम कर रही है. जिसके लिए रणनीति तैयार कर ली गई है और साथ ही साथ उसी रणनीति के अनुसार काम भी किया जा रहा है. पूर्वी निगम काम करने पर यकीन रखती है, विज्ञापन करने पर नहीं. हमारा काम जमीनी स्तर पर भी दिखता है
जलभराव को लेकर दिल्ली सरकार पर बरसे
जलभराव की समस्या पर दोनों मेयरों ने दिल्ली सरकार पर हमला बोला. पूर्वी दिल्ली के मेयर निर्मल जैन ने कहा कि निगम की किसी भी सड़क पर जलभराव की वजह से जाम की स्थिति नहीं मिलेगी. दिल्ली में जाम जहां लग रहा है, वह सभी सड़कें दिल्ली सरकार के अंतर्गत आती हैं. वहीं नॉर्थ एमसीडी के मेयर जयप्रकाश ने कहा कि 60000 करोड़ की दिल्ली सरकार जलभराव की समस्या के लिए 6000 करोड़ के निगम को जिम्मेदार ठहरा रही है, जो शर्म की बात है.
नॉर्थ एमसीडी के कार्य की डिटेल
- 71 लाख 65 हजार 882 घरों की निगम ने जल जनित बीमारियों के लार्वा को लेकर जांच की.
- 2 लाख 4 हजार 429 जगहों पर किया मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव.
- 21 हजार 339 घरों में मच्छरों का लार्वा पाए जाने के बाद किया गया दवाई का छिड़काव.
- 16 हजार 442 जगहों को भेजे गए नोटिस.
- 360 जगहों का किया गया चालान.
- हेंड बिल, पंफ्लेट और स्टीकर के जरिए निगम चला रही है जल जनित बीमारियों के प्रति जागरूकता अभियान.