नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 12 लाख युवाओं को नौकरी देने के दावे पर भाजपा ने पलटवार किया है. भाजपा विधायक अजय महावर ने विधानसभा में सरकार से पूछा था कि वर्ष 2015 से लेकर अब तक दिल्ली सरकार ने कितने युवाओं को नौकरी दी है और किन-किन विभाग में नौकरी दी है. उन्होंने यह भी पूछा था कि दिल्ली सरकार के रोजगार पोर्टल पर कितने लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है और उनमें से कितने लोगों को किन-किन विभागों को नौकरी दी गई. दिल्ली सरकार ने सिविल डिफेंस के कितने वॉलिंटियर्स को प्रशिक्षण देने के बाद और कितनों को बिना प्रशिक्षण दिए भर्ती किया है.
इसके जवाब में रोजगार निदेशालय ने 1 जनवरी 2015 से लेकर 15 मार्च 2023 तक की गई भर्ती का ब्यौरा दिया है. इसके अनुसार वर्ष 2015 में 176, 2016 में 102, 2017 में 66 और 2018 में 68 भर्तियां की गई. 2019 में एक भी भर्ती नहीं की गई. 2020 में 28 लोगों को नौकरी दी गई. 2021, 2022 और 2023 में एक भी भर्ती नहीं की गई.
जवाब में यह भी लिखा गया है कि नियुक्तियों की दी गई संख्या वास्तविक नहीं है, क्योंकि उनके पास ऐसा कोई तंत्र नहीं है, जिससे वह नियोक्ताओं से नियुक्तियों के विषय में पूरी जानकारी हासिल कर सकें. जिन विभागों में नियुक्तियां हुई हैं, उनकी जानकारी उपलब्ध नहीं है.
ये भी पढ़ेंः CM Kejriwal ने आज तक दिल्ली की जनता से किया वादा पूरा नहीं कियाः मनोज तिवारी
जवाब में बताया गया है कि दिल्ली सरकार ने 27 जुलाई 2020 को रोजगार बाजार पोर्टल लांच किया था. तब से लेकर 14 मार्च 2023 तक इस पोर्टल पर 15 लाख 76 हजार 846 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है लेकिन इसके माध्यम से कितने लोगों को नौकरी मिली है, इसकी कोई जानकारी नहीं है. गौरतलब है कि भाजपा सांसद मनोज तिवारी और रमेश बिधूरी ने भी अरविंद केजरीवाल के इस दावे को झूठा करार दिया है.