नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में दिल्ली के बुराड़ी में रहने वाले दीपक कुमार पर देश की निगाहें टिकी हुई हैं. वह ओलंपिक में 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता के लिए चयन के बाद रवाना हुए. इसके लिए दीपक सालों से मेहनत कर रहे हैं.
ओलंपिक गेम्स में खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है. सभी खिलाड़ी अपना सपना पूरा करने के लिए जमकर मेहनत भी करते हैं. बुराड़ी के जगतपुर में रहने वाले दीपक कुमार भी देश के लिए टोक्यो ओलंपिक में खेलेंगे. आज यानी 25 जुलाई और 27 जुलाई को 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में देश को उनसे काफी उम्मीदें हैं.
दीपक दिल्ली के रहने वाले हैं तो जाहिर है कि देश के साथ-साथ दिल्ली के लोगों की उम्मीदें उनसे लगी हुई हैं. वहीं परिवार वालों को उम्मीद है कि वह गोल्ड मेडल जीतकर देश की ओलंपिक पदक तालिका में एक और अध्याय जोड़ेंगे.
दीपक कुमार भारतीय वायुसेना में बतौर जूनियर वारंट अफसर तैनात हैं. परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी, दो बच्चे और भाई हैं. ओलंपिक में चयन से दीपक के घर वाले काफी खुश हैं और उनका कहना है कि पूरी उम्मीद है कि वो देश के सम्मान को बुलंदियों पर पहुंचाएंगे. दीपक 17 जुलाई को टोक्यो के लिए रवाना हुए थे.
दीपक को बचपन से ही निशानेबाजी का काफी शौक रहा है. उन्हें अपनी प्रतिभा का अंदाजा तब हुआ, जब देहरादून में ट्रेनिंग के दौरान एक चैम्पियनशिप में उन्होंने पहले ही प्रयास में ठीक निशाना लगा दिया. साल 2003 में दीपक के निशानेबाजी में प्रदर्शन के बाद कोच ने उन्हें 10 मीटर राइफल प्रतियोगिता में तैयारी करने की सलाह दी.
इसमें कोच ने उनकी पूरी मदद की. जिसके बाद दीपक ने पूरी शिद्दत के साथ प्रैक्टिस शुरू की और अब वो देश के लिए टोक्यो ओलंपिक में खेल रहे हैं.
दीपक कुमार ने अलग-अलग गेम्स में अब तक कई मेडल जीते हैं.
गेम्स | साल | मेडल |
चेक रिपब्लिक | 2017 | ब्रॉन्ज |
कॉमनवेल्थ शूटिंग चैम्पियनशिप | 2017 | ब्रॉन्ज |
एशियन गेम्स | 2018 | सिल्वर |
मैक्सिको मिक्स्ड इवेंट | 2018 | ब्रॉन्ज |
कॉमनवेल्थ गेम्स | 2018 | फाइनलिस्ट |
वर्ल्ड चैम्पियनशिप | 2018 | फाइनलिस्ट |
म्यूनिख वर्ल्ड कप | 2019 | सिल्वर |
रियो वर्ल्ड कप | 2019 | गोल्ड |
एशियन चैम्पियनशिप दोहा | 2019 | ब्रॉन्ज |
शूटर दीपक कुमार का अब तक का करियर शानदार रहा है. अब देश की निगाहें उन पर टिकी हुईं हैं. आज और 27 जुलाई को होने वाले 10 मीटर एयर राइफल प्रतियोगिता में दीपक को अपना जौहर का प्रदर्शन करना है. देश, दिल्ली और परिवार की उम्मीदों पर खरा उतरना है. देखना होगा कि वो देश के खाते में कौन-सा मेडल डालेंगे.