नई दिल्ली: कोरोना महामारी के चलते पिछले 2 महीने से लॉकडाउन जारी है. जिसके बाद अब कंपनियों में भी आर्थिक संकट आने से लोगों की नौकरी के जाने का सिलसिला शुरू हो गया. दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में एक कंपनी के कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी ने लगभग 170 लोगों को बिना नोटिस के ही नौकरी से निकाल दिया. कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी के आला अधिकारियों से बात करने की कोशिश भी की गई लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी बिना कुछ बताए नौकरी से निकाल दिया.
170 परिवारों पर आर्थिक संकट का खतरा!
काेरोना को लेकर छाई आर्थिक मंदी का असर दिखाई देना लगा है. एक तरफ जहां बेरोगाजारी के कारण बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को लौट रहे हैं, तो दूसरी तरफ जो लोग विभिन्न कंपनियों में काम कर रहे हैं. उन्हें भी नौकरी से निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. ऐसा एक ही मामला जहांगीरपुरी स्थित एक कंपनी में सामने आया है, जहांगीरपुरी में वनएमी जी नामक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारियों का आरोप है कि कंपनी ने 170 कर्मचारियों को एक ही झटके में बाहर का रास्ता दिखा दिया. जिसके चलते निकाले गए लोग सड़क पर आ गए और उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
'कंपनी में मिला था कोरोना संक्रमित'
कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन ने उन्हें किसी तरीके का कोई नोटिस भी नहीं दिया. निकाले गए कर्मी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व कंपनी के प्रबंधन से जुड़ा एक कर्मी काेरोना संक्रमित हो गया था. ऐसे में प्रबंधन ने ये कह कर कर्मचारियों को सात दिनों के लिए घर पर रहने के लिए कह दिया कि उन सब का काेरोना टेस्ट किया जाएगा. कर्मचारी ने बताया कि कुछ लोगों की जांच भी हुई, लेकिन करीब 170 कर्मियों की जांच नहीं कराई गई और उन्हें बाहर निकाल दिया गया.
'बिना नोटिस नौकरी से निकाला'
निकाले गए कर्मियों के मुताबिक निकालने से पूर्व से उन्हें कंपनी प्रबंधन की ओर से कोई पूर्व नोटिस या सूचना आदि भी नहीं दी गई. जबकि सरकार ने किसी को भी नौकरी से नहीं निकालने का आदेश प्राइवेट कंपनियों को दिया है. अब उनके और उनके परिवार के सामने काेरोना काल में रोटी का संकट खडा हो गय है .