नई दिल्ली: शालीमार बाग इलाके का फॉर्टिस हॉस्पिटल एक बार फिर से सुर्खियों में है. अस्पताल पर एक बार फिर लापरवाही के आरोप लगे हैं. पीड़ित परिवार का कहना है कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते 12 साल के मासूम बच्चे की जान चली गई.
परिवार का कहना है कि बच्चे को पेट में दर्द की शिकायत थी, जिस कारण वे अपने बच्चे को अस्पताल लेकर आए थे. बच्चा करीब डेढ़ घंटे तक एंबुलेंस में दर्द से तड़पता रहा लेकिन डॉक्टरों ने उसका इलाज नहीं किया. जिस कारण बच्चे की मौत हो गई. पीड़ित परिवार दिल्ली के बादली गांव का रहने वाला है.
परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है लेकिन कार्रवाई के नाम पर पुलिस का ढुलमुल रवैया परिवार के जख्मों पर नमक का काम कर रहा है. अस्पताल प्रशासन पर परिवार का आरोप है कि करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करने के बाद भी उनके बीमार बच्चे को डॉक्टर ने समय पर इलाज नहीं किया. जिस कारण बच्चे की मौत हो गई.
फिलहाल पुलिस को इस मामले में शिकायत दे दी गई जिस पर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. लेकिन लोगों की जान बचाने वाले भगवान स्वरूप डॉक्टर ही जब इस तरीके की लापरवाही करेंगे इससे किसी की जिंदगी चली जाए तो अब इस प्रोफेशन पर भी सवाल उठने लाजमी है.