नई दिल्ली: देश भर में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर रविवार को अलग-अलग राज्यों से आई महिलाओं ने प्रदर्शन किया. जंतर मंतर पर सैकड़ो की संख्या में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उड़ीसा, झारखंड, उत्तराखंड जैसे राज्यों से महिलाएं पहुंची. इस दौरान मंच पर देश भर में हो रही महिलाओं के ऊपर घरेलू हिंसा की घटनाएं को लेकर चर्चा की गई. यह प्रदर्शन प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के द्वारा आयोजित किया गया.
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इस दौरान महिलाओं को लेकर समाज में भेदभाव को लेकर भी चर्चा की गई. प्रदर्शन में अलग-अलग तरह के पोस्टर बैनर नजर आए. प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की उपाध्यक्ष नीता देवी ने कहा कि आज देश भर में महिलाओं के ऊपर हिंसक और घरेलू घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. देशभर में महिलाओं के ऊपर अत्याचार हो रहे हैं. इस वजह से आज हम जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे हैं. कहा कि महिलाओं को हमेशा नैतिकता का पाठ पढ़ाया जाता है. कभी परिवार की इज्जत के नाम पर तो कभी समाज के नाम पर हिंसा होने पर उन्हें ही चुप कराया जाता है.
महिलाओं ने अपने साथ होने वाली हिंसा के खिलाफ इतिहास और वर्तमान में संघर्ष किया जिसके बाद सरकारों को महिला हिंसा पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने पड़े. लेकिन उन कानूनों को लागू करवाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है. पहले तो पुलिस केस दर्ज नहीं करती है. अगर केस दर्ज करती है तो फिर अपराधियों को सजा नहीं मिलती है. इस बीच में पीड़ित महिला का जीवन नर्क बन जाता है.
संविधान बचाने की मांग को लेकर प्रदर्शन
संविधान दिवस के अवसर पर रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर अलग-अलग संगठनों ने प्रदर्शन किया. बौद्ध धर्म सामाजिक संगठन, भीम आर्मी समेत अलग-अलग संगठनों ने प्रदर्शन किया. हाथों में बाबा साहब के संविधान की किताब को लेकर लोग इस प्रदर्शन में नजर आए. संविधान दिवस के मौके पर नेताओं ने लोगों को इसकी बधाई दी है. आज देश भर में लोगों ने सोशल मीडिया पर संविधान दिवस की अपने-अपने अंदाज में बधाई दी और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को याद किया.
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