नई दिल्लीः दिल्ली चिड़ियाघर में एक सफेद बाघिन की मौत का मामला सामने आया है. वहीं चिड़ियाघर प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक छह वर्षीय गर्भवती बाघिन निर्भया की हालात शावकों को जन्म देते ही खराब हो गई थी, जिसके बाद उसका ऑपरेशन करना पड़ा. वहीं प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक 48 घंटे से ज्यादा मौत से लड़ने के बाद आखिरकार निर्भय ने आज सुबह दम तोड़ दिया.
बता दें कि निर्भया के दो बच्चों में से एक ही की जान बचाई जा सकी है, जो कि फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में है. वहीं दिल्ली चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडे ने कहा कि सफेद बाघिन निर्भया की उम्र करीब 6 वर्ष थी और शावकों को जन्म देते समय कई जटिलताओं के चलते उसकी हालत गंभीर हो गई. उन्होंने कहा कि बिगड़ती स्थिति को देखते हुए पशु चिकित्सकों और विशेषज्ञों द्वारा बाघिन का ऑपरेशन किया गया वह 48 घंटे तक मौत से लड़ती रही.
पांच बाघ और रॉयल बंगाल टाइगर बचे
आखिरकार निर्भया ने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम पर आधिकारिक तौर पर मौत की वजह बताई जा सकेगी. बता दें कि निर्भया का जन्म दिल्ली चिड़ियाघर में वर्ष 2015 में हुआ था. वहीं फिलहाल दिल्ली चिड़ियाघर में अब पांच बाघ और रॉयल बंगाल टाइगर बचे हैं.