नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने AAP विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी से बकाया रुपए की वसूली के लिए सतर्कता विभाग द्वारा उठाए गए कदम का स्वागत किया है.
दरअसल, विजिलेंस विभाग ने त्रिपाठी पर 27.4 लाख रुपए लंबित किराए के वसूली के लिए दिल्ली विधानसभा सचिव को पत्र लिखा है. जानकारी के अनुसार, सतर्कता विभाग ने 6 महीने के लिए AAP विधायक को आवंटित कार्यालय परिसर दिया था, लेकिन वहां वह करीब 3 वर्षों तक रिहाइश के रूप में रहे. उसके बाद किराए का भुकतान किए बिना खाली कर चले गए.
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि आप विधायक अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में लाई गई गंदी अराजक राजनीति का ज्वलंत उदाहरण है. विधायक बनने के कुछ ही दिनों बाद अखिलेश पति बुराड़ी पुलिस स्टेशन पर दंगा हमले में शामिल थे, जिसमें उन्हें कोर्ट से सजा हो चुकी है. इसके बाद उन्होंने फर्जी मेडिकल बिल देने का घोटाला किया, जिसकी जांच चल रही है.
पुलिस जांच के तहत एमसीडी टिकट बिक्री मामले में अखिलेश पति शामिल रहे हैं. अब यह ताजा मामला सरकारी कार्यालय आवास को निवास के रूप में दुरुपयोग करने का सामने आया है. जबकि दिल्ली के विधायक सरकारी आवास के हकदार ही नहीं हैं. सचदेवा ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री केजरीवाल में राजनीति में नैतिक मूल्यों के प्रति थोड़ा भी सम्मान बचा है तो उन्हें तुरंत अखिलेश पति त्रिपाठी को आम आदमी पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए. साथी ही उनसे 27.4 लाख रुपए की वसूली का आदेश देना चाहिए.
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