नई दिल्ली: कॉलेज में सहायक प्रोफेसर की नौकरी ढूंढ रहे उम्मीदवारों के लिए खुशखबरी है. दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) से संबद्ध और दिल्ली सरकार द्वारा पूर्ण वित्त पोषित भाष्कराचार्य कॉलेज में सहायक प्रोफेसर की नौकरी पाने का मौका मिला है. इस कॉलेज ने अपने आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस जारी कर सहायक प्रोफेसर के लिए आवेदन आमंत्रित किया है. उम्मीदवार नोटिस को पढ़कर और अपनी योग्यता अनुसार, आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि यह रिक्तियां 12 विभाग में 49 सहायक प्रोफेसर के पद के लिए है. मालूम हो कि इस कॉलेज में नौकरी के आवेदन शुरू होने से उम्मीद जगी है कि दिल्ली सरकार के पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेज में भी सहायक प्रोफेसर की नौकरी निकलेगी.
जानिए किस विभाग में कितनी वैकेंसी
भाष्कराचार्य कॉलेज में सहायक प्रोफेसर के पद पर निकली वेकेंसी के अनुसार, बायोमेडिकल साइंस में 4, बॉटनी में 6, केमिस्ट्री में 6, कंप्यूटर साइंस में 4, अंग्रेजी में एक, एनवर्नोमेंटल साइंस में एक, फूड टेक्नोलॉजी में एक सहित अन्य में कुल 49 पद रिक्त हैं. इस नोटिस के जारी होने के 21 दिनों तक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा अन्य किसी भी तरह की जानकारी के लिए कॉलेज वेबसाइट www.bcas.du.in पर जाकर सूचना प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा किसी भी तरह का कोई बदलाव होता है तो उसे भी वेबसाइट ही दी जाएगी.
एडहॉक शिक्षकों में खुशी का माहौल
फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने भाष्कराचार्य कॉलेज द्वारा स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों को भरने संबंधी विज्ञापन दिए जाने पर खुशी जताते हुए कॉलेज के इस कदम का स्वागत किया है और कहा है कि दिल्ली सरकार के अन्य 11 कॉलेजों में भी जल्द ही सहायक प्रोफेसर के पदों के विज्ञापन जारी होंगे. उनका कहना है कि भाष्कराचार्य कॉलेज में स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों का विज्ञापन आने से एडहॉक शिक्षकों में खुशी का माहौल है. इन कॉलेजों में पिछले एक दशक से सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति न होने से छात्रों की शिक्षा पर असर पड़ रहा था.
दिल्ली सरकार से पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेज में पिछले एक दशक से स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों पर नियुक्ति नहीं हुई थीं. इन कॉलेजों में लगभग 600 पदों पर स्थायी नियुक्ति की जानी है. सरकार के इन कॉलेजों में स्थायी प्रिंसिपल के पदों को भी भरा जाना है. भाष्कराचार्य कॉलेज ने सहायक प्रोफेसर के पदों को भरने की पहल की है जिसका कॉलेजों के एडहॉक व स्थायी शिक्षकों में खुशी का माहौल है. उनका कहना है कि अन्य कॉलेजों को भी अपने यहां खाली पड़े विभिन्न विभागों के पदों को निकालना चाहिए.
डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में पिछले एक साल से तीन दर्जन कॉलेजों व डीयू के विभागों को मिलाकर अभी तक लगभग 2500 शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति हो चुकी है तथा नियुक्ति व पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है. दिल्ली सरकार के उन कॉलेजों में जहां स्थायी प्रिंसिपल हैं, कि नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने बताया है कि जिन कॉलेजों में ओएसडी या कार्यवाहक प्राचार्य है और जिन्हें यूजीसी से शत प्रतिशत अनुदान मिलता है उन कॉलेजों में भी जल्द ही स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों पर अगले महीने नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होगी.
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