नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच हम धीरे धीरे लॉकडाउन से अनलॉक में प्रवेश कर रहे हैं. सरकार द्वारा मिली रियायतों के बाद लोग अपने घरों से निकलकर अपने अपने काम पर जाने लगे हैं. लेकिन इसी बीच दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली मेट्रो का परिचालन बंद होने के चलते लोगों को यातायात की काफी परेशानी हो रही है. क्योंकि जहां पहले मेट्रो के जरिए लोग कई किलोमीटर तक का सफर कुछ ही समय में तय कर लेते थे, अब उसे तय करने में घंटों घंटों तक का समय लग रहा है.
सेंट्रल दिल्ली में नौकरी करने वाले राकेश ने बताया कि सरकार ने सभी ऑफिस को खोलने की अनुमति दे दी है. लोग अपने घरों से निकलकर अपने अपने काम पर जा रहे हैं. ऐसे में जिन लोगों के पास अपना वाहन नहीं है, उन्हें एक जगह से दूसरी जगह सफर करने में काफी परेशानी हो रही है. कुछ किलोमीटर का सफर तय करने में भी घंटों का समय लग रहा है, मेट्रो के जरिए जहां अधिकतर लोग अपनी ऑफिस आना-जाना करते थे उनके लिए इस समय बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है.
ऑफिस आने-जाने में हो रही परेशानी
बैंक में काम करने वाली मेघा ने बताया कि लॉकडाउन में भी बैंक खुले रहे. इसके लिए उन्हें रोज ऑफिस जाने के लिए उनके पास बस ही एक मात्र साधन है. लेकिन लॉकडाउन में पहले तो बस सेवा पूरी तरीके से बंद रही और अब जब चलाई गई है, तो बस स्टॉप पर घंटो घंटो तक बस का इंतजार करना पड़ता है. और यदि कोई बस आती भी है तो 20 यात्री पूरे होने पर बस नहीं रुकती. ऐसे में आधा समय तो ऑफिस आने-जाने में ही निकल जाता है.
शुरू किया जाए मेट्रो का परिचालन
मेट्रो का परिचालन बंद होने के चलते लोगों को यातायात की बेहद परेशानी हो रही है. बस स्टॉप पर लोग काफी देर तक बसों का इंतजार करते हुए नजर आए. किसी को दफ्तर जाना है, तो किसी को जरूरी काम से किसी ऑफिस जाना है, लेकिन लोग घण्टो तक बस स्टॉप पर ही इंतजार करने को मजबूर हैं. लोगों ने कहा कि जहां पर ऑफिसो की संख्या ज्यादा है, वहां कम से कम सरकार को मेट्रो का परिचालन शुरू करना चाहिए. जिससे कि ऑफिस आने जाने वाले लोगों के लिए सुविधा हो सके.