नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोमवार दोपहर राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल का दौरा कर कोरोना से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए तैयार किए गए वार्ड का भी निरीक्षण किया. साथ कोरोना जांच केंद्र, आईसीयू वार्ड और फार्मेसी का भी दौरा किया. इस बीच मांडविया ने फार्मेसी में दवाई की लाइन में लगे मरीजों से बात की और अस्पताल की सुविधाओं के बारे में पूछा.
स्वास्थ्य मंत्री के साथ डीजी हेल्थ वैभव बजाज भी मौजूद रहे. मंत्री ने बजाज को कोरोना संक्रमित बच्चों का डेटा एकत्रित करने का निर्देश दिया. वहीं, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक अजय शुक्ला ने बताया कि अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए 400 बेड आरक्षित किए गए हैं. इनमें कुछ आईसीयू बेड भी हैं. कोरोना से निपटने के लिए अस्पताल पूरी तरह तैयार है. इस दौरान अस्पताल में तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल भी की गई.
दिल्ली कोरोना ऐप के अनुसार, आरएमएल अस्पताल में कोरोना का कोई मरीज भर्ती नहीं है. उधर दिल्ली में रविवार को कोरोना संक्रमित चार मरीजों की मौत को लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बयान जारी कर कहा कि चारों मरीजों की मौत को लेकर उनके पास जो रिपोर्ट आई है उनमें सिर्फ एक मरीज की मौत कोरोना से हुई है. बाकी तीन मरीजों की मौत अन्य बीमारियों के कारण से हुई है.
दिल्ली में कोरोना का खतराः भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में आगे कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा है. इसको लेकर सरकार पूरी तरह से तैयार है. दिल्ली में घनी आबादी के कारण कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते हैं. वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने बयान जारी कर कहा है कि कोरोना के मामलों के बढ़ने का कारण कोरोना से बचाव के नियमों में दी गई ढील और कोरोना की जांच का कम होना है. लोगों ने मास्क लगाना बंद कर दिया है और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं कर रहे हैं. इसलिए कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं.