नई दिल्ली: दिल्ली में लगातार क्राइम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच आरके पुरम की टीम और दो बदमाशों के बीच सुबह-सुबह दिल्ली में मुठभेड़ हुई, जिसमें दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने दो बदमाशों को धर दबोचा. आरोपियों के कब्जे तीन जिंदा कारतूस के साथ ब्राजील पिस्टल, एक मोटरसाइकिल, तीन खाली कारतूस और एक जीगाना तुर्की मेड पिस्टल बरामद की है. इन आरोपियों की पहचान राजस्थान निवासी पंकज उर्फ बाबा (20) के रूप में हुई है. जबकि एक अन्य आरोपी नाबालिग है.
दिल्ली क्राइम ब्रांच के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने शुक्रवार सुबह एक बड़ी सफलता हासिल की है. टीम को एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर डीसीपी क्राइम ब्रांच अंकित सिंह एसीपी उमेश भरथवाल, इंस्पेक्टर रामपाल की देखरेख में टीम का गठन किया गया. इसमें एसआई के हेमंत कुमार, मुकेश, एएसआई नरेंद्र, हेड कॉन्स्टेबल संजय, ओमबीर, अमित गुलिया, अमित सिंधु, रामदास, सिद्धार्थ, ओमबीर और कॉन्स्टेबल आशीष को शामिल किया गया.
टीम मुखबिर के साथ सफदरजंग एन्क्लेव क्षेत्र में आरके स्टेडियम, जिला पार्क के पास पहुंची और जिला पार्क गेट के पास एक ट्रैप लगाया. इस दौरान करीब रात 2 बजे जिला पार्क के सामने मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आए, जिसके बाद पुलिस ने अपना परिचय पत्र दिखाकर उन्हें सरेंडर करने को कहा. इसपर आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. घटना में इंस्पेक्टर रामपाल और एएसआई नरेंद्र की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी, जिससे उनकी जान बच गई. इसके बाद इंस्पेक्टर रामपाल और एएसआई नरेंद्र ने जवाबी कार्रवाई की और कड़ी मश्क्कत के बाद आरोपियों को धर दबोचा.
विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि यह अंतरराष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और राजस्थान में व्यवसायियों से जबरन वसूली और प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों की हत्याओं को अंजाम दे रहा था. जांच में यह भी खुलासा इनमें से एक द्वारका में बीजेपी नेता सुरेंद्र मटियाला हत्याकांड की साजिश में भी शामिल था.
उधर क्राइम ब्रांच की एक अन्य टीम ने कालकाजी इलाके में एक हत्या के मामले में वांछित चल रहे 25,000 रुपये के इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की पहचान कालकाजी सुधार कैंप निवासी अमन (22) के रूप में की गई है. उसने एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी और वह अपनी गिरफ्तारी से लगातार बच रहा था.
विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने कि नेहरू कैंप के रहने वाले राहुल जोशी ने आरोप लगाया था कि वह 6 मई को वह अपने दोस्तों के साथ अपने चचेरे भाई के जन्मदिन की पार्टी में शामिल हो हुआ था. इस दौरान गुलशन नाम का एक लड़का अपने साथियों के साथ वहां आया और कुणाल नाम के लड़के को पीटने लगा. गुलशन ने कुणाल को चाकू मार दिया और उसका एक साथी अमन उर्फ बाबूलाल, कुणाल पर फायरिंग कर मौके से फरार हो गया. पीड़ित कुणाल को गोली लगी और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. इस संबंध में आर्म्स एक्ट के तहत कालकाजी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया. जांच के दौरान, सह-अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन मुख्य आरोपी अभी फरार चल रहा था.
इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम लगातार छानबीन कर रही थी. इस बीच सूचना मिली थी कि आरोपी सनलाइट कॉलोनी में कहीं छिपा हुआ है. इसके बाद छापेमारी के लिए जॉइंट सीपी एसडी मिश्रा ने डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित गोयल, एसीपी उमेश भरथवाल की देखरेख में टीम का गठन किया. इसमें राकेश शर्मा, एसआई अनुज, एसआई अमित, हेड कॉन्स्टेबल रविंदर, जसपाल, सूर्यदेव, दिनेश, सुखवीर और कमल को शामिल किया गया.
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इसके बाद सनलाइट कॉलोनी में एक ट्रैप लगाकर अमन को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान अमन ने बताया कि इलाके में स्मैक बेचने को लेकर दिनेश पहाड़ी की निरंजन से दुश्मनी थी, इसलिए उसने अलग गुट बना लिया. एक दिन दिनेश पहाड़ी ने अमन को निर्देश दिया कि निरंजन और उसका आर्यन, सैफी और कुणाल नाम का समूह टीडीएम कैफे, गोविंदपुरी एक्सटेंशन में जन्मदिन मनाने के लिए इकट्ठा होगा. इसके बाद वह भीम, आकाश, आरिफ, उदय, अमन खान, सचिन और गुलशन नामक अन्य सहयोगियों के साथ टीडीएम कैफे पहुंचा. इसी दौरान अमन ने कुणाल पर गोली चला दी थी.
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