नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार अब बसों में ई-टिकटिंग का सहारा लेगी. परिवहन विभाग ने 473 रूट की बसों पर इसका ट्रायल शुरू कर दिया है. ई-टिकटिंग में यात्री ऐप के जरिए टिकट बुक कर सकेंगे. सिस्टम को सभी रूटों पर लागू करने की प्लानिंग चल रही है.
कांटेक्टलेस टिकट सिस्टम शुरू करने की योजना
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि यात्रियों और कंडक्टरों के बीच ज्यादा से ज्यादा दूरी सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार अपनी बसों के लिए ई टिकटिंग प्रणाली या कहें कि कांटेक्टलेस टिकट सिस्टम शुरू करने की योजना बना रही है. डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में इसके संबंध में और कार्यान्वयन के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है. इसमें डीटीसी और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट सिस्टम लिमिटेड यानी डिम्ट्स के अधिकारियों के अलावा आईआईटी दिल्ली के रिसर्च और विश्व संसाधन संस्थान के एक्सपर्ट भी शामिल हैं.
ऐप करना होगा इंस्टॉल
जानकारी के मुताबिक, बस में यात्रा करने वाले यात्रियों को मोबाइल से टिकट खरीदने के लिए चार्टर ऐप इंस्टॉल करना होगा. अपना रजिस्ट्रेशन करने के बाद यात्री 2 तरीके से टिकट प्राप्त कर सकते हैं. पहला, यदि टिकट की कीमत जानते हैं तो बाई-फेयर विकल्प पर जाकर क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे और भुगतान का विकल्प चुनकर टिकट मिल जाएगा. दूसरा, यदि चढ़ने वाला और गंतव्य बस स्टॉप का नाम जानता है तो बाई-डेस्टिनेशन विकल्प पर जाकर टिकट खरीदा जा सकता है.
इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट की मदद से बना ऐप
बता दें कि इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के तकनीकी सहयोग से इस मुहिम के लिए खास ऐप बनाया गया है. जिसका नाम चार्टर रखा गया है. 473 रूट पर चल रही सभी बसों में अभी इसका ट्रायल हो रहा है. यात्रियों की सुविधा के लिए यहां सभी बसों में हिंदी और अंग्रेजी के 6 पोस्टर चस्पा किए गए हैं. ताकि यात्री उससे मदद लेकर मोबाइल ऐप इंस्टॉल करें और टिकट खरीद सके. बस की सभी सीटों के पीछे क्यूआर कोड चस्पा किया गया है ताकि किराया का भुगतान करने में यात्रियों को सहूलियत रहे. साथ ही बसों की कंडक्टर और डिपो के प्रबंधकों को आईटी दिल्ली की टीम ने प्रशिक्षण दिया है ताकि वे यात्रियों की मदद कर सकें.