नई दिल्ली: लगातार बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों और सरकार की नीतियों के खिलाफ शुक्रवार को दिल्ली के टैक्सी चालकों ने मंडी हाउस पर प्रदर्शन किया. इस दौरान चालकों ने यहां सरकार से बढ़े हुए चालान और स्पीड गवर्नर जैसी शर्तों को खत्म कर ओला-उबेर जैसी कम्पनियों पर लगाम लगाने की बात कही. चालकों की परेशानी यहां उनके भावों से भी झलकी जबकि चालक परेशानी बताते हुए भावुक तक हो गए.
टैक्सी चालकों का दर्द!
चालकों ने कहा कि आज दिल्ली की सड़क पर स्पीड लिमिट 40 किमी/घंटा है. किसी महिला को अगर अस्पताल जाना है तो चालक उस लिमिट से अस्पताल कब तक पहुंचेगा. स्पीड गवर्नर के नाम पर चार गुना तक राशि वसूली जा रही है. ओला- उबेर जैसी कम्पनियों पर कोई रोक टोक नहीं है. ऐसे में चालक करें तो करें क्या.
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'ड्राइवर्स की मांग नहीं मान रही सरकार'
सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कमलजीत गिल ने कहा कि सरकार मांगों की सुनवाई नहीं कर रही है. इसीलिए इस प्रदर्शन की नौबत आई है. चालक इतने परेशान हैं कि किश्त भी नहीं निकाल पा रहे हैं. हर बार नया खर्चा आ जाता है. पेट कैसे पाला जाए.
उन्होंने मांग की कि सरकारें चालकों के हित का ध्यान दें. चालान के नाम पर बेफिजूल के खर्चे और औपचारिकताएं बंद की जाएं. साथ ही चालान की राशि कम की जाए.