नई दिल्ली: राजधानी के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में आइसा छात्र संगठन द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए गए. साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और गौतम अडाणी का पुतला फूंका गया. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि गौतम अडाणी और पीएम मोदी की पुरानी मित्रता रही है और दोनों ने मिलकर देश को लूटने का काम किया है. इसे लेकर जेएनयू कैंपस में आइसा छात्र संगठन से जुड़े छात्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
पिछले कुछ दिनों से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का माहौल गरमाया हुआ है. कुछ दिन पहले बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रुकवाने को लेकर काफी विवाद हुआ था, जिसमें एक छात्र को बंधक बनाने की बात भी सामने आई थी. वहीं बीते 19 फरवरी को शिवाजी की तस्वीर का अपमान करने के मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और लेफ्ट के छात्रों में झड़प का मामला भी सामने आया था. छात्र संगठन एबीवीपी ने यह आरोप लगाया था कि समर्थक छात्रों ने शिवाजी की तस्वीर का अपमान किया है.
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बता दें कि जब से अडाणी ग्रुप पर स्टॉक मैन्यूपुलेशन के आरोप लगे हैं तब से सभी विपक्षी पार्टियां इसको लेकर केंद्र सरकार का जमके विरोध कर रही हैं. इस विषय में बीजेपी सभी पार्टीयों के निशाने पर है. जेएनयू में हुए इस विरोध प्रदर्शन में छात्र ने कहा कि की फिलहाल आजादी का अमृत महोत्सव नहीं बल्कि पीएम मोदी और गौतम अडाणी का मित्र महोत्सव चल रहा है. गौरतलब है कि हिंडनबर्ग एजेंसी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में अडाणी समूह के शेयरों को ओवरवैल्यूड बताने के साथ कंपनी द्वारा स्टॉक मैन्यूपुलेशन किए जाने का आरोप भी लगाया गया था. इसके बाद से समूह के शेयर भावों में 85 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है और गौतम अडाणी दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में तीसरे पायदान से फिसलकर 30वें स्थान पर खिसक गए हैं.
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