नई दिल्ली: सप्ताह के पहले दिन सोमवार की शुरुआत दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र से होगी. शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सीबीआई ने रविवार को साढ़े 9 घंटे की लंबी पूछताछ की. सीबीआई ने समन भेजकर केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था. समन के बाद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाने की घोषणा की. आप विधायक सदन में एक बार फिर भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर हमलावर रहेंगे. विधानसभा सचिव राज कुमार की ओर से रविवार को लिस्ट ऑफ बिजनेस जारी किया गया है. इसमें उन प्वाइंट का जिक्र किया गया है. जिस पर विधानसभा में चर्चा होनी है.
विधानसभा के भीतर सुबह 11 बजे राष्ट्रगीत वंदे मातरम के साथ सदन की कार्यवाही शुरू होगी. दिल्ली विधानसभा में सोमवार सदन की कार्यवाही अल्पकालिक चर्चा (नियम-55) के तहत शुरू होगी. विधायक राजेश गुप्ता, राज कुमारी ढिल्लों और सोमनाथ भारती दिल्ली में केंद्र सरकार सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग कर दिल्ली सरकार को अस्थिर किया जा सके" पर चर्चा आरम्भ करेंगे.
विशेष सत्र पर LG का बयान: शनिवार को जैसे ही दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की घोषणा हुई. रविवार को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आपत्ति जताई. एलजी ऑफिस से कहा गया कि अभी विधानसभा का नया सत्र नहीं बुलाया जा सकता है. दिल्ली कैबिनेट ने बिना किसी विधायी कार्य के विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र की सिफारिश की है. एक दिवसीय सत्र बुलाने की कैबिनेट की सिफारिश उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना की गई है.
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AAP मंत्री ने दिया LG को जवाब: दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी को नियमों की जानकारी नहीं है. एलजी साहब को बताना चाहता हूं कि विधानसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के नियम 17 के तहत होता है. विधानसभा अध्यक्ष के पास "सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने के बाद किसी भी समय" सदन की बैठक बुलाने की शक्ति है. उसी शक्ति का प्रयोग कर सोमवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है.
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