नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में वर्ष 2020 में हुए दंगों के दौरान 50 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच कर रही है. जांच के दौरान स्पेशल सेल को दिल्ली दंगों के दौरान खालिस्तान और आईएसआई की भूमिका के बारे में पता चला था, जिसके बाद इन मामलों में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अब स्पेशल सेल दंगों के दौरान खालिस्तान और आईएसआई की भूमिका से जुड़े मामलों में जल्द चार्जशीट दाखिल करने जा रही है.
तैयार हो रही चार्टशीट
जून 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 1 लंबी जांच के बाद खालिस्तानी संगठन से ताल्लुक रखने वाले कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें लवप्रीत प्रमुख रूप से शामिल था. अब स्पेशल सेल इन इस मामले को लेकर एक विस्तृत चार्जशीट तैयार कर रही है. चार्जशीट के डिस्क्लोजर स्टेटमेंट में आरोपियों ने अपने बयान में खुलासा किया है कि दिल्ली दंगों को भड़काने में खालिस्तानियों और आईएसआई एजेंट की भी भूमिका थी.
पंजाब से दिल्ली आए थे खालिस्तान समर्थक
स्पेशल सेल से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दिल्ली दंगों के दौरान आईएसआई के इशारे पर कुछ खालिस्तानी समर्थक पंजाब से दिल्ली आए थे और लंबे समय तक शाहीन बाग आंदोलन में उनकी भूमिका देखने को मिली थी. शाहीन बाग प्रदर्शन स्थल पर एक्टिव रहे खालिस्तान समर्थक लवप्रीत सिंह को स्पेशल सेल ने एक बड़े ऑपरेशन के बाद जून में गिरफ्तार किया था, जब वह आतंकी ट्रेनिंग लेने पड़ोसी देश जा रहा था. खालिस्तान समर्थक ना सिर्फ शाहीन बाग में फंडिंग कर रहे थे बल्कि उनके द्वारा भड़काऊ भाषण भी दिए गए थे.
हर तरीके से मिल रही थी मदद
स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि स्पेशल सेल के सामने चांदबाग दंगों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार अतहर खान और शादाब ने 25 अगस्त 2020 को खुलासा किया था कि चांद बाग प्रोटेस्ट साइट शुरू करने वालों में से एक डॉक्टर रिजवान सिद्दीकी अक्सर शहीन बाग प्रोटेस्ट साइट पर आता जाता रहता था. फरवरी महीने में जब रिजवान सिद्दीकी शहीन बाग प्रोटेस्ट साइट से वापस आया तो उसने बताया कि शाहीन बाग पर उसके मुलाकात खालिस्तान समर्थक बगीचा सिंह और लवप्रीत सिंह से हुई है, जिन्हें आईएसआई का सपोर्ट मिला है. और वहां से उन्हें संदेश मिला है कि इस प्रदर्शन में जो भी सक्रिय हैं उन्हें हर तरीके से मदद करनी है.