नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एनकाउंटर के बाद कुख्यात नंदू गैंग के शातिर बदमाश पवन उर्फ मोनू और उसके साथी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों अपराधी नंदू गैंग के शार्प शूटर हैं. एनकाउंटर के दौरान पवन उर्फ मोनू को पैर में गोली लगी है. इनके कब्जे से दो ऑटोमेटिक पिस्टल और एक मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है. नंदू गैंग ने पिछले 10 दिनों में दक्षिणी दिल्ली के अलग-अलग व्यवसायियों को फोन करके रंगदारी की भी मांग की थी.
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि स्पेशल सेल के एसीपी ललित मोहन नेगी और हृदया भूषण के नेतृत्व में इंस्पेक्टर सुनील कुमार, रविंद्र जोशी और विनय पाल की टीम ने कुख्यात नंदू गैंग के दो शार्प शूटर को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान पवन उर्फ मोनू (उम्र-21 साल) और उसके सहयोगी मनजीत सिंह (उम्र-21 साल) के रूप में की गई है.
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डीसीपी ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से अपने विश्वसनीय सूत्रों से स्पेशल सेल को यह जानकारी मिल रही थी कि दिल्ली की सीमा से लगे इलाकों में नंदू गैंग की ओर से जबरन जमीन पर कब्जा किया जा रहा है और दिल्ली-एनसीआर के प्रसिद्ध व्यवसायियों को फोन करके रंगदारी की मांग की जा रही है. 6 जुलाई को नंदू गैंग ने दक्षिणी दिल्ली के एक प्रसिद्ध व्यवसायी को फोन करके गैंगस्टर विकास लगरपुरिया के नाम पर एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. इस संबंध में हौज खास थाने में मामला भी दर्ज किया गया था.
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि स्पेशल सेल को यह सूचना मिली कि नंदू गैंग के कुछ सदस्य अवैध हथियारों के साथ छतरपुर इलाके में आने वाले हैं, जिससे व्यवसायी के घर के आस-पास की जगह की रेकी की जा सके. इसके बाद छतरपुर इलाके के सतबारी गांव में टीम ने नाकेबंदी की. कुछ देर बाद एक बाइक पर नंदू गैंग के 2 सदस्य आते हुए दिखे. इसके बाद टीम ने उन्हें रुकने का इशारा किया गया, लेकिन वो रुकने के बजाय पुलिस पर फायरिंग करने लगे. इसके बाद स्पेशल सेल की जवाबी कार्रवाई में पवन उर्फ मोनू को घुटने में गोली लगी, जबकि उसका दूसरा साथी गिरफ्तार कर लिया गया.
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डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अपराधी पवन उर्फ मोनू ने बताया कि वह कपिल सांगवान उर्फ नंदू के इशारे पर काम कर रहा था. कपिल सांगवान उर्फ नंदू विदेशों में छुपा बैठा है. उसने पुलिस को बताया कि उसके गैंग ने गैंगस्टर विकास लगरपुरिया के नाम पर व्यवसायियों से रंगदारी मांगी, जिससे विकास लगरपुरिया को फंसाया जा सके. नंदू गैंग और विकास लगरपुरिया गैंग के बीच आपसी दुश्मनी है. पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी मनजीत सिंह ने बताया कि नंदू गैंग के सदस्यों की शान देखकर वह नंदू गैंग में शामिल हुआ था.