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पुलिस की मदद कर रहा सोशल मीडिया, वायरल वीडियो से पकड़े जा रहे अपराधी

डीसीपी नूपुर प्रसाद ने बताया कि बीते 14 मई को मुखर्जी नगर इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने एक मोबाइल झपटा था. फरार होते वक्त वो किसी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे. उनकी वीडियो पुलिस के कई ग्रुप और आम लोगों के बीच भी काफी वायरल हो गई थी.

सोशल मीडिया से मिल रही पुलिस को मदद etv bharat
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Published : Jul 24, 2019, 7:51 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जहां सीसीटीवी कैमरे लगातार लग रहे हैं तो वहीं लोगों में भी घटना की वीडियो बनाने का क्रेज बढ़ रहा है. इस तरह की वीडियो तुरंत वायरल हो रही है, जो पुलिस के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. एक तरफ जहां अपराधी को पकड़ने में इससे मदद मिलती है तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस के पास मजबूत साक्ष्य भी आ जाते हैं.

सोशल मीडिया से मिल रही पुलिस को मदद

डीसीपी नूपुर प्रसाद ने बताया कि बीते 14 मई को मुखर्जी नगर इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने एक मोबाइल झपटा था. फरार होते वक्त वो किसी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे. उनकी वीडियो पुलिस के कई ग्रुप और आम लोगों के बीच भी काफी वायरल हो गई थी. वजीराबाद थाने में तैनात सिपाही राहुल ने भी ये वायरल वीडियो देखी थी. हाल ही में वो पिकेट पर ड्यूटी कर रहा था. उसी दौरान वीडियो में मौजूद झपटमार को उसने देखा. इस युवक को उसने तुरंत पकड़कर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी.

वारदात का सीसीटीवी

पुलिस ने आरोपी के पास से 2 मोबाइल और चोरी की एक बाइक बरामद की. आरोपी को बाद में मुखर्जी नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया है. डीसीपी ने बताया कि इस तरह की वायरल वीडियो से पुलिस को काफी मदद मिल रही है.

मुखर्जी नगर वीडियो से हुआ पुलिस का बचाव
बीते जून महीने में मुखर्जी नगर इलाके में सरदार सरबजीत सिंह और पुलिस के बीच मारपीट का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस घटना में सरदार सरबजीत की पिटाई का आरोप जब पुलिसकर्मियों पर लगा तो वीडियो सबूत के रूप में सामने आया. इस वीडियो से पता चला कि पहले सरदार सरबजीत ने पुलिसकर्मी को तलवार दिखाकर धमकाया था. इस वीडियो में पुलिस की गलती थी, लेकिन सरबजीत की गलती भी वीडियो बनने ले चलते पकड़ी गई.

वायरल वीडियो से पकड़े गए लुटेरे
दिल्ली में हथियार के बल पर ताबड़तोड़ लूट करने वाले बदमाशों की कुछ जगहों पर सीसीटीवी में तस्वीर आ गई. जल्द ही यह वीडियो वायरल हुआ और उत्तर-पूर्वी जिले के स्पेशल स्टॉफ के पास पहुंचा. उन्होंने ये वीडियो देखते ही लुटेरों को पहचान लिया क्योंकि वो उन्हें पहले भी गिरफ्तार कर चुके थे. इसका फायदा भी मिला और उन्होंने एक बार फिर इनमें से दो लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया.

नई दिल्ली: दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जहां सीसीटीवी कैमरे लगातार लग रहे हैं तो वहीं लोगों में भी घटना की वीडियो बनाने का क्रेज बढ़ रहा है. इस तरह की वीडियो तुरंत वायरल हो रही है, जो पुलिस के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. एक तरफ जहां अपराधी को पकड़ने में इससे मदद मिलती है तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस के पास मजबूत साक्ष्य भी आ जाते हैं.

सोशल मीडिया से मिल रही पुलिस को मदद

डीसीपी नूपुर प्रसाद ने बताया कि बीते 14 मई को मुखर्जी नगर इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने एक मोबाइल झपटा था. फरार होते वक्त वो किसी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे. उनकी वीडियो पुलिस के कई ग्रुप और आम लोगों के बीच भी काफी वायरल हो गई थी. वजीराबाद थाने में तैनात सिपाही राहुल ने भी ये वायरल वीडियो देखी थी. हाल ही में वो पिकेट पर ड्यूटी कर रहा था. उसी दौरान वीडियो में मौजूद झपटमार को उसने देखा. इस युवक को उसने तुरंत पकड़कर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी.

वारदात का सीसीटीवी

पुलिस ने आरोपी के पास से 2 मोबाइल और चोरी की एक बाइक बरामद की. आरोपी को बाद में मुखर्जी नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया है. डीसीपी ने बताया कि इस तरह की वायरल वीडियो से पुलिस को काफी मदद मिल रही है.

मुखर्जी नगर वीडियो से हुआ पुलिस का बचाव
बीते जून महीने में मुखर्जी नगर इलाके में सरदार सरबजीत सिंह और पुलिस के बीच मारपीट का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस घटना में सरदार सरबजीत की पिटाई का आरोप जब पुलिसकर्मियों पर लगा तो वीडियो सबूत के रूप में सामने आया. इस वीडियो से पता चला कि पहले सरदार सरबजीत ने पुलिसकर्मी को तलवार दिखाकर धमकाया था. इस वीडियो में पुलिस की गलती थी, लेकिन सरबजीत की गलती भी वीडियो बनने ले चलते पकड़ी गई.

वायरल वीडियो से पकड़े गए लुटेरे
दिल्ली में हथियार के बल पर ताबड़तोड़ लूट करने वाले बदमाशों की कुछ जगहों पर सीसीटीवी में तस्वीर आ गई. जल्द ही यह वीडियो वायरल हुआ और उत्तर-पूर्वी जिले के स्पेशल स्टॉफ के पास पहुंचा. उन्होंने ये वीडियो देखते ही लुटेरों को पहचान लिया क्योंकि वो उन्हें पहले भी गिरफ्तार कर चुके थे. इसका फायदा भी मिला और उन्होंने एक बार फिर इनमें से दो लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया.

Intro:बदमाश की वीडियो wrap से भेज रहा हूँ.
नई दिल्ली
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में जहां सीसीटीवी कैमरे लगातार लग रहे हैं तो वहीं लोगों में भी घटना की वीडियो बनाने का क्रेज बढ़ रहा है. इस तरह की वीडियो तुरंत वायरल हो रही है जो पुलिस के लिए काफी मददगार साबित हो रही हैं. एक तरफ जहां अपराधी को पकड़ने में इससे मदद मिलती है तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस के पास मजबूत साक्ष्य भी आ जाता है.


Body:डीसीपी नूपुर प्रसाद ने बताया कि बीते 14 मई को मुखर्जी नगर इलाके में बाइक सवार बदमाशों ने एक मोबाइल झपटा था. फरार होते वह किसी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे. उनकी वीडियो पुलिस के कई ग्रुप एवं आम लोगों के बीच भी काफी वायरल हो गई थी. वजीराबाद थाने में तैनात सिपाही राहुल ने भी यह वायरल वीडियो देखी थी. हाल ही में वह पिकेट पर ड्यूटी कर रहा था. उसी दौरान वीडियो में मौजूद झपटमार को उसने देखा. इस युवक को उसने तुरंत पकड़कर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी. उसके पास से दो मोबाइल एवं चोरी की एक बाइक बरामद की गई. आरोपी को बाद में मुखर्जी नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया है. डीसीपी ने बताया कि इस तरह की वायरल वीडियो से पुलिस को काफी मदद मिल रही है.


मुखर्जी नगर वीडियो से हुआ पुलिस का बचाव
बीते जून माह में मुखर्जी नगर इलाके में सरदार सरबजीत सिंह एवं पुलिस के बीच मारपीट का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस घटना में सरदार सरबजीत की पिटाई का आरोप जब पुलिसकर्मियों पर लगा तो यह वीडियो साक्ष्य के रूप में सामने आया. इस वीडियो से पता चला कि पहले सरदार सरबजीत ने पुलिसकर्मी को तलवार दिखाकर धमकाया था. इस वीडियो में पुलिस की गलती थी, लेकिन सरबजीत की गलती भी वीडियो बनने ले चलते पकड़ी गई.





Conclusion:वायरल वीडियो से पकड़े गए लुटेरे
दिल्ली में हथियार के बल पर ताबड़तोड़ लूट करने वाले बदमाशों की कुछ जगहों पर सीसीटीवी में तस्वीर आ गई. जल्द ही यह वीडियो वायरल हुआ और उत्तर-पूर्वी जिला के स्पेशल स्टॉफ के पास पहुंचा. उन्होंने यह वीडियो देखते ही लुटेरों को पहचान लिया क्योंकि वह उन्हें पहले भी गिरफ्तार कर चुके थे. इसका फायदा भी मिला और उन्होंने एक बार फिर इनमें से दो लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया.
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