नई दिल्ली: राजधानी के शास्त्री पार्क में बन रहे दो लूप वाले फ्लाईओवर इन दिनों राजनीतिक गलियारों की चर्चा बना हुआ हैं. जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली सरकार साढ़े तीन सौ करोड़ के प्रॉजेक्ट को ढाई सौ करोड़ में बनाकर तैयार कर रही हैं. वहीं स्थानीय सांसद मनोज तिवारी भी ताल ठोक रहे हैं कि शास्त्री पार्क फ्लाईओवर उनके आमरण अनशन का नतीजा हैं.
मैने किया आमरण अनशन
सांसद मनोज तिवारी शास्त्री पार्क फ्लाईओवर का कई बार निरीक्षण कर चुके हैं और अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दे चुके है. अपने संसदीय क्षेत्र में हर बार अपने भाषण के बीच कही ना कही वो शास्त्री पार्क फ्लाईओवर का जिक्र जरूर कर देते हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि शास्त्री पार्क फ्लाईओवर उनके ही आमरण अनशन का नतीजा है. उन्होंने कहा कि पीडब्ल्यूडी के मंत्री रह चुके सत्येंद्र जैन ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर मनोज तिवारी चाहे तो खुद ही फ्लाईओवर बनवा सकते हैं.
56 इंच की जीभ हैं केजरीवाल की
सांसद मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा है अरविंद केजरीवाल के मन में जो भी आता है वह बोलते चले जाते हैं. क्योंकि उनकी जीभ 56 इंच की है और हम 56 इंच का सीना रखने वाले के साथी, ऐसे में भला अरविंद केजरीवाल की 56 इंच की जीभ से कौन जीत सकता है. दिल्ली में होने वाले हर विकास कार्य का श्रेय अरविंद केजरीवाल खुद लेना चाहते हैं. और हम भी कहते हैं कि उन्हें श्रेय लेना है तो जरूर लें दिल्ली की जनता सब कुछ देख रही है. हम केवल काम करने में विश्वास करते हैं श्रेय लेने में नहीं.
सिग्नेचर ब्रिज पर भी सवाल
सांसद मनोज तिवारी ने कहां है कि सिग्नेचर ब्रिज के बारे में लोगों को बताना चाहिए कि कितने में काम शुरू हुआ और कितने पैसे में बनकर तैयार हुआ. जब शुरू हुआ तो 265 करोड़ का था. लेकिन जब अरविंद केजरीवाल जीतकर आये तो ग्यारह सौ 33 करोड़ का हो गया और जब बनकर तैयार हुआ तो 1565 करोड़ रुपए हो गए. उसके बारे में बताएं की कितनी बचत की.