नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में दस महीनों से बंद होने के बाद आज से स्कूल खुल गए हैं. हालांकि अभी सिर्फ 10वीं और 12वीं के बच्चों के लिए ही क्लासेस शुरू हो पाई है. ऐसे में इस दौरान कड़े दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है. इसे लेकर ही रविवार को शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने वरिष्ठ शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी.
दिल्ली सरकार ने सरकारी सहायता प्राप्त /गैर-सहायता प्राप्त स्कूलों के आज से खोलने के आदेश जारी किए थे. स्कूल खुलने से पहले दिल्ली सरकार ने दिशानिर्देश जारी किया है. ऐसे में छात्र और अभिभावक अभी भी सरकार के इस फैसले से सहमत नहीं है तो कुछ डरे हुए हैं.
इन दिशा निर्देशों का हो रहा है पालन
छात्रों की सुरक्षा के लिए जो गाइडलाइंस जारी की गई हैं उसके अनुसार, स्कूल कैंपस में कोरोना के लक्षण वाले किसी बच्चे/स्टाफ को आने की इजाजत नहीं होगी. एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य होगी. स्कूल के एंट्रेस, क्लासरूम, लैब्स और पब्लिक यूटिलिटी वाली जगहों पर हैंड सैनिटाइजेशन का इंतजाम अनिवार्य है. केवल कंटेनमेंट जोन के बाहर केू स्कूल ही खुलेंगे.
खास पढ़ाई के लिए ही बुलाया जाएगा स्कूल
दिल्ली सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, पूरे समय के लिए स्कूल नहीं खोले जाएंगे, बल्कि 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को अहम पढ़ाई-तैयारी के लिए ही बुलाया जाएगा. जाहिर है कि सिर्फ कुछ घंटे के लिए ही स्कूलों को खोला जाएगा.
12-15 छात्रों को क्लास में बैठने की इजाजत
छात्रों की सुरक्षा के लिए सोशल डिस्टेंसिं का पूरी तरह से पालन करना होगा. इसके लिए एक क्लास में सिर्फ 12 से 15 छात्रों को ही बैठाया जाएगा. इस दौरान सभी छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना होगा.