नई दिल्ली: चीन से भारत सरकार द्वारा लिए जा रहे लोन को लेकर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार और भाजपा को निशाने पर लिया है. इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सौरभ ने कहा कि पिछले दो साल से चीन भारत की जमीन पर कब्जा कर रहा है. बीते 9 महीने से तो गलवान में ही चीन के कब्जे की खबरें आ रहीं हैं.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 15 जून का वाकया सबको मालूम है, जब दर्जनों भारतीय सैनिकों को कील लगे डंडों से मारकर मौत के घाट उतारा गया था. उन्होंने कहा-
दुर्भाग्य की बात है कि जब हमारे सैनिक वहां शहीद हो रहे थे, तभी भारत के प्रधानमंत्री कटोरा लेकर चीन से भीख मांग रहे थे. 15 जून को हमारे जवानों पर हमला हुआ और 19 जून को मोदी सरकार ने चीन से 750 मिलियन डॉलर का लोन लिया.
'9 हजार करोड़ का कर्ज'
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उसके बाद भी भारत सरकार ने चीन से एक लोन लिया. कुल मिलाकर चीन से 9 हजार 202 करोड़ रुपए का लोन लिया गया. इसके अलावा, चीन ने भारत के दर्जनों इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में निवेश किया है.
सौरभ ने कहा कि चीन पहले कर्ज देकर देशों को अपने ऊपर आश्रित बनाता है और फिर अपने तरीके से उससे जुड़े फैसले करता है. सौरभ ने इस क्रम में श्रीलंका का जिक्र किया.
'बड़े स्तर पर निवेश कर रहा चीन'
सौरभ ने कहा कि चीन ने श्रीलंका के बंदरगाह और एयरपोर्ट प्रोजेक्ट में निवेश किया था. श्रीलंका वो कर्ज लौटा नहीं सका और आज श्रीलंका के बंदरगाह और एयरपोर्ट पर चीन का कब्जा है. उन्होंने कहा कि आज नेपाल, भूटान और बांग्लादेश जैसे देश भारत की बात नहीं मानते हैं, वे चीन के सामने घुटने टेक चुके हैं. चीन की इस नीति से जुड़ी कुछ रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चीन भारत में 4 खरब डॉलर का निवेश करना चाहता है.
'प्रधानमंत्री मोदी पर हमला'
सौरभ भारद्वाज ने इसे लेकर राजनीति से ऊपर उठकर सोचने की बात कही. उन्होंने कहा कि हमें मोदी, केजरीवाल और राहुल के समर्थक वाले चश्मे को उतारकर देश के बारे में सोचना चाहिए. ये चीन की कूटनीतिक रणनीति है कि पहले उधार की आदत डालो और फिर उसे इसके लिए मजबूर बना दो.
सौरभ भारद्वाज ने कहा-
चीन से ये पूरा कर्ज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के लिए लिया गया है. नरेंद्र मोदी कुछ दिन प्रधानमंत्री रहेंगे और पूरा देश बेचकर चले जाएंगे.